इंदौर। विश्व कप क्रिकेट के दौरान होने वाले मैचों के लिए टिकट वितरण में विवाद की खबरों को पूर्व क्रिकेटर और बीसीसीआई के पूर्व सचिव ने सिरे से खारिज कर दिया है. पूर्व क्रिकेटर संजय जगदाले के मुताबिक एमपीसीए की ओर से ये साफ कर दिया गया कि सदस्यों को जिस तरह से टिकट बांटी गई है, उसमें पारदर्शिता का पूरा ख्याल रखा गया है, लेकिन जानबूझकर एमपीसीए में टिकटों के विवाद की बात कही जा रही है.मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन में विश्वकप के लिए टिकट वितरण के बाद विवाद की बातें सामने आ रही थीं, लेकिन इंदौर के पूर्व क्रिकेटर और बीसीसीआई के पूर्व सचिव ने एमपीसीए में विवादों की बात से साफ इनकार कर दिया है.
पूर्व क्रिकेटर संजय जगदाले का बयान
⦁ मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन में विवाद की बातें सिर्फ मीडिया में कही गई.
⦁ एमपीसीए साफ कर चुका है कि जो टिकट बांटी गई है, उसमें पूरी पारदर्शिता रखी गई है. पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर टिकट वितरण किया गया है.
⦁ कई ऐसे लोग हैं, जिन्हें विश्व कप के टिकट नहीं मिल पाए हैं. इसका मतलब ये नहीं होता कि एमपीसीए में गड़बड़ियां की गई है.
विश्व कप में टिकट वितरण के बाद से एमपीसीए के सदस्यों से टिकट वितरण का हिसाब मांगने की चर्चा सामने आई थी और ये भी कहा जा रहा था कि एमपीसीए में टिकट वितरण को लेकर आपस में विवाद हुआ है. हालांकि, एमपीसीए के पदाधिकारी इस पर खामोश हैं और पूरे मामले में मीडिया से दूरी बनाकर रखी जा रही है.
इंदौर में आने वाले समय में दो मैच भी आयोजित किए जाने हैं. हालांकि, इंदौर को मिले मैचों के आधार पर ये भी अटकलें लगाई जा रही थी कि फ्री पास को लेकर एमपीसीए और बीसीसीआई के बीच तकरार हुई है, लेकिन बीसीसीआई के पदाधिकारियों के ने इसे सिरे से खारिज कर दिया है.