इंदौर। पीएचक्यू में रविवार रात प्रदेश के आईजी लेवल के अधिकारियों के ट्रांसफर किए गए थे. इंदौर के आईजी के पद में भी फेरबदल किया गया है. जहां शहर में मात्र 9 महीने में इंदौर आईजी विवेक शर्मा को रिलीव करते हुए उनके स्थान पर योगेश देशपांडे को नियुक्त किया गया है. नवनियुक्त आईजी योगेश देशपांडे ने सोमवार को पदभार सम्भाल लिया है.
पीएचक्यू में फेरबदल होते ही नवनियुक्त आईजी योगेश देशपांडे ने आनन-फानन में इंदौर आकर जॉइनिंग ले ली है. आईजी योगेश देशपांडे ने कहा कि जो भी पुलिसिंग की चुनौतियां है उनका बखूबी सामना किया जाएगा. अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात भी कही. उपचुनाव और कोरोना जैसी चुनौतियों के बारे में उन्होंने कहा कि पुलिस के सामने चुनौतियां हर समय मौजूद रहती है. पुलिस हर चुनौतियां का डटकर सामना करती है. उन्होंने कहा कि इंदौर में क्राइम पर नकेल डालने की हर संभव कोशिश की जाएगी.
वहीं मात्र 9 महीने पद पर रहने वाले पूर्व आईजी विवेक शर्मा ने इंदौर शहर की जनता के साथ ही अपने अधीनस्थ अधिकारी और कर्मचारियों को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि जिस तरह से इंदौर की जनता ने उनका सहयोग किया उसके लिए वे आभारी है. साथ काम करने वाले कर्मचारियों व मीडिया कर्मियों को भी उन्होंने धन्यवाद दिया और कहा कि इंदौर में चुनौतियां काफी थी, लेकिन उन्होंने उसे बखूबी निपटाया. इस दौरान कई तरह के बड़ी चुनौतियों पर काम करते हुए उसका भी खुलासा किया और वह अपने 9 महीने के कार्यकाल से संतुष्ट है.
पूर्व आईजी विवेक शर्मा अपना अधिकारी व अन्य लोगों को धन्यवाद कर वहां से पैदल ही रवानगी लेने लगे. लेकिन नवनियुक्त आईजी व अन्य अधिकारियों के निवेदन पर उन्होंने गाड़ी का उपयोग किया. वहीं अचानक हुए घटनाक्रम से वहां पर खड़े अन्य अधिकारी व खुद नवनियुक्त आईजी भी आईजी की हरकत से घबरा गए थे. यदि रिलीव हुए आईजी बिना गाड़ी के वहां से रवाना होते तो कई तरह की सुर्खियां बनती.