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जेल में ही कटेगी मुनव्वर फारुकी की रात, वकील-परिजनों ने कही ये बात

1 महीने से अधिक समय इंदौर की केंद्रीय जेल में बंद मुनव्वर फारूकी को शनिवार देर रात भी जमानत नहीं मिली. बता दें सुप्रीम कोर्ट ने आरोपी को जमानत देने के आदेश दे दिए थे, लेकिन जब आदेश की कॉपी लेकर परिजन केंद्रीय जेल पहुंचे तो विभिन्न तरह की कमियां बताते हुए परिजनों को केंद्रीय जेल के अधिकारियों ने लौट दिया. इस दौरान ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में परिजनों ने कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है.

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Published : Feb 6, 2021, 10:41 PM IST

Exclusive interview with Munawar Farooqui's lawyer and family
मुनव्वर फारूकी के वकील और परिवार से एक्सक्लूसिव इंटरव्यू

इंदौर। मुनव्वर फारूकी पिछले 1 महीने से इंदौर की केंद्रीय जेल में बंद है. पिछले दिनों 1 जनवरी को इंदौर के तुकोगंज थाना क्षेत्र में एक कॉमेडी का शो रखा था. उस शो में हिंद रक्षक संगठन से जुड़े कुछ कार्यकर्ता भी मौजूद थे. उन्होंने कार्यक्रम शुरू होने से पहले ही मुनव्वर फारूकी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था. वहीं पुलिस ने इस पूरे मामले में विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कर उसे कोर्ट के समक्ष पेश कर जेल पहुंचा दिया था. वहीं इस पूरे मामले में मुनव्वर फारूकी की ओर से इंदौर की जिला कोर्ट के साथ ही हाईकोर्ट में जमानत के लिए याचिका लगी थी. लेकिन दोनों ही कोर्ट ने उसकी याचिका को निरस्त कर दिया.

मुनव्वर फारूकी के वकील और परिवार से एक्सक्लूसिव इंटरव्यू

इसके बाद मुनव्वर फारूकी की ओर से सुप्रीम कोर्ट का रुख किया गया. जहां से फारूकी को राहत मिली. फारूकी को जमानत देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को नोटिस जारी किए थे. परिजन सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर की कॉपी लेकर केंद्रीय जेल पहुंचे, लेकिन केंद्रीय जेल के अधिकारियों ने विभिन्न तरह के दस्तावेजों में कमी दिखाकर रिहा करने से मना कर दिया.

वकील ने लगाए कोर्ट की अवमानना के आरोप

परिजन और मुनव्वर के वकील आज सुप्रीम कोर्ट के आदेश की कॉपी लेकर इंदौर के केंद्रीय जेल पहुंचे. उन्होंने विभिन्न तरह की प्रोसेस से गुजरते हुए केंद्रीय जेल के अधिकारियों को सुप्रीम कोर्ट के दस्तावेज दिखाए, लेकिन केंद्रीय जेल के अधिकारियों ने दस्तावेजों में कमी की बात कह कर फारूकी को रिहा करने से मना कर दिया. इसके बाद परिजन और वकील ने जेल के अधिकारियों पर कोर्ट की अवमानना के आरोप लगाए और कहा कि जिस तरह से जेल प्रबंधन परेशान कर रहा है. उसको देखते हुए जल्द ही वह इस पूरे मामले को लेकर एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट जा सकते हैं.

वहीं मुनव्वर फारूकी के एडवोकेट का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने फारूकी से संबंधित विभिन्न मामलों में स्टे दे दिया है. चाहे प्रयागराज में दर्ज मामला हो या अन्य मामले हो. उनमें से अधिकतर मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने स्टे दिया है, लेकिन जेल के अधिकारियों का कहना है कि जिस तरह से प्रयागराज कोर्ट से वारंट जारी हुआ है. उसको लेकर किसी तरह की कोई दस्तावेज जेल प्रबंधन के सामने प्रस्तुत नहीं किया है. वकील को जेल प्रबंधक ने यह कहा है कि वह प्रयागराज कोर्ट से विभिन्न तरह के दस्तावेज प्राप्त करें. उसके बाद मुनव्वर फारूकी को जमानत पर रिहा किया जा सकता है.

परिजन ने कहा भगवान पर विश्वास

ईटीवी भारत से मुनव्वर फारूकी के परिजनों ने भी बात की. बातचीत के दौरान मुनव्वर के परिजनों ने कहा कि उन्होंने पूरे मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट के समक्ष जमानत याचिका लगाई और सुप्रीम कोर्ट ने उस पूरे मामले को देखते हुए मुनव्वर को जमानत दे दी. लेकिन इंदौर केंद्रीय जेल के अधिकारियों ने विभिन्न तरह के दस्तावेजों में कमी दिखाकर जमानत देने से मना कर दिया. लेकिन भगवान में उनका पूरा विश्वास है. जिस तरह से लगातार वह मुश्किलों से सामना कर रहे हैं, तो निश्चित तौर पर उन्हें 1 दिन सफलता मिलेगी. इसी के साथ फारूकी के परिजनों का यह भी कहना है कि साल भर पहले उसने इस तरह की गलती की थी. उस गलती की माफी भी मांग ली. लेकिन इंदौर में जिस तरह से उस पर आरोप लगाकर कार्रवाई की गई है वह भेदभाव पूर्ण कार्रवाई है.

फिलहाल कॉमेडियन मुनव्वर जेल में ही हैं. परिजन प्रयास कर रहे हैं कि मुनव्वर को जल्द ही जेल से बाहर निकाला जा सके. इसके लिए सुप्रीम कोर्ट के वकीलों ने भी कानूनी प्रक्रिया के तहत प्रयास किए हैं.

इंदौर। मुनव्वर फारूकी पिछले 1 महीने से इंदौर की केंद्रीय जेल में बंद है. पिछले दिनों 1 जनवरी को इंदौर के तुकोगंज थाना क्षेत्र में एक कॉमेडी का शो रखा था. उस शो में हिंद रक्षक संगठन से जुड़े कुछ कार्यकर्ता भी मौजूद थे. उन्होंने कार्यक्रम शुरू होने से पहले ही मुनव्वर फारूकी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था. वहीं पुलिस ने इस पूरे मामले में विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कर उसे कोर्ट के समक्ष पेश कर जेल पहुंचा दिया था. वहीं इस पूरे मामले में मुनव्वर फारूकी की ओर से इंदौर की जिला कोर्ट के साथ ही हाईकोर्ट में जमानत के लिए याचिका लगी थी. लेकिन दोनों ही कोर्ट ने उसकी याचिका को निरस्त कर दिया.

मुनव्वर फारूकी के वकील और परिवार से एक्सक्लूसिव इंटरव्यू

इसके बाद मुनव्वर फारूकी की ओर से सुप्रीम कोर्ट का रुख किया गया. जहां से फारूकी को राहत मिली. फारूकी को जमानत देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को नोटिस जारी किए थे. परिजन सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर की कॉपी लेकर केंद्रीय जेल पहुंचे, लेकिन केंद्रीय जेल के अधिकारियों ने विभिन्न तरह के दस्तावेजों में कमी दिखाकर रिहा करने से मना कर दिया.

वकील ने लगाए कोर्ट की अवमानना के आरोप

परिजन और मुनव्वर के वकील आज सुप्रीम कोर्ट के आदेश की कॉपी लेकर इंदौर के केंद्रीय जेल पहुंचे. उन्होंने विभिन्न तरह की प्रोसेस से गुजरते हुए केंद्रीय जेल के अधिकारियों को सुप्रीम कोर्ट के दस्तावेज दिखाए, लेकिन केंद्रीय जेल के अधिकारियों ने दस्तावेजों में कमी की बात कह कर फारूकी को रिहा करने से मना कर दिया. इसके बाद परिजन और वकील ने जेल के अधिकारियों पर कोर्ट की अवमानना के आरोप लगाए और कहा कि जिस तरह से जेल प्रबंधन परेशान कर रहा है. उसको देखते हुए जल्द ही वह इस पूरे मामले को लेकर एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट जा सकते हैं.

वहीं मुनव्वर फारूकी के एडवोकेट का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने फारूकी से संबंधित विभिन्न मामलों में स्टे दे दिया है. चाहे प्रयागराज में दर्ज मामला हो या अन्य मामले हो. उनमें से अधिकतर मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने स्टे दिया है, लेकिन जेल के अधिकारियों का कहना है कि जिस तरह से प्रयागराज कोर्ट से वारंट जारी हुआ है. उसको लेकर किसी तरह की कोई दस्तावेज जेल प्रबंधन के सामने प्रस्तुत नहीं किया है. वकील को जेल प्रबंधक ने यह कहा है कि वह प्रयागराज कोर्ट से विभिन्न तरह के दस्तावेज प्राप्त करें. उसके बाद मुनव्वर फारूकी को जमानत पर रिहा किया जा सकता है.

परिजन ने कहा भगवान पर विश्वास

ईटीवी भारत से मुनव्वर फारूकी के परिजनों ने भी बात की. बातचीत के दौरान मुनव्वर के परिजनों ने कहा कि उन्होंने पूरे मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट के समक्ष जमानत याचिका लगाई और सुप्रीम कोर्ट ने उस पूरे मामले को देखते हुए मुनव्वर को जमानत दे दी. लेकिन इंदौर केंद्रीय जेल के अधिकारियों ने विभिन्न तरह के दस्तावेजों में कमी दिखाकर जमानत देने से मना कर दिया. लेकिन भगवान में उनका पूरा विश्वास है. जिस तरह से लगातार वह मुश्किलों से सामना कर रहे हैं, तो निश्चित तौर पर उन्हें 1 दिन सफलता मिलेगी. इसी के साथ फारूकी के परिजनों का यह भी कहना है कि साल भर पहले उसने इस तरह की गलती की थी. उस गलती की माफी भी मांग ली. लेकिन इंदौर में जिस तरह से उस पर आरोप लगाकर कार्रवाई की गई है वह भेदभाव पूर्ण कार्रवाई है.

फिलहाल कॉमेडियन मुनव्वर जेल में ही हैं. परिजन प्रयास कर रहे हैं कि मुनव्वर को जल्द ही जेल से बाहर निकाला जा सके. इसके लिए सुप्रीम कोर्ट के वकीलों ने भी कानूनी प्रक्रिया के तहत प्रयास किए हैं.

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