इंदौर। रेड जोन इंदौर में कोरोना की आशंका में निजी अस्पतालों में भर्ती कराए जा रहे मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ का चौंकाने वाला मामला सामने आया है. गुरुवार शाम को शहर के गोकुलदास अस्पताल में एक साथ कई मरीजों की मौत से हड़कंप मच गया है. पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी मामले में शिवराज सरकार को घेरा है.
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इंदौर के गोकुलदास अस्पताल की यह दशा स्वास्थ्य सेवाओं पर बड़ा सवाल और शिवराज सरकार की नीयत पर गंभीर प्रश्न चिन्ह है।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) May 7, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
सरकार को इन सभी परिजनों के सवालों का जवाब और स्पष्टीकरण देते हुये इस पूरे मामले पर उच्चस्तरीय जाँच कराना चाहिये।
मप्र में हालात बेक़ाबू होते जा रहे हैं। pic.twitter.com/1yqiyEuwGt
">इंदौर के गोकुलदास अस्पताल की यह दशा स्वास्थ्य सेवाओं पर बड़ा सवाल और शिवराज सरकार की नीयत पर गंभीर प्रश्न चिन्ह है।
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सरकार को इन सभी परिजनों के सवालों का जवाब और स्पष्टीकरण देते हुये इस पूरे मामले पर उच्चस्तरीय जाँच कराना चाहिये।
मप्र में हालात बेक़ाबू होते जा रहे हैं। pic.twitter.com/1yqiyEuwGtइंदौर के गोकुलदास अस्पताल की यह दशा स्वास्थ्य सेवाओं पर बड़ा सवाल और शिवराज सरकार की नीयत पर गंभीर प्रश्न चिन्ह है।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) May 7, 2020
सरकार को इन सभी परिजनों के सवालों का जवाब और स्पष्टीकरण देते हुये इस पूरे मामले पर उच्चस्तरीय जाँच कराना चाहिये।
मप्र में हालात बेक़ाबू होते जा रहे हैं। pic.twitter.com/1yqiyEuwGt
इस अस्पताल में इलाज के दौरान गंभीर लापरवाही और मरीजों के परिजनों से भारी-भरकम वसूली के बावजूद जब परिजनों की फरियाद किसी ने नहीं सुनी तो, उन्हें खुद ही मौके से अस्पताल के हालात का वीडियो वायरल करना पड़ा.
शाम को मरीजों के परिजनों को बताया गया कि अस्पताल को सेनिटाइज करना है. इसके बाद देखते ही देखते अस्पताल में भर्ती कई मरीजों के परिजनों को उनके भर्ती मरीज की मौत की सूचना दी जाने लगी. एक के बाद एक कई मरीजों की मौत की सूचना से अस्पताल में मौजूद मरीजों के परिजनों में कोहराम मच गया.
कलेक्टर मनीष सिंह को जैसे ही इस घटनाक्रम की खबर मिली उन्होंने तत्काल सीएमएचओ डॉ प्रवीण जड़िया समेत डॉक्टर सलिल भार्गव और एमवाय अस्पताल के अधीक्षक पीएस ठाकुर को मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए. इसके बाद यह सभी डॉक्टर तत्काल मौके पर पहुंचे. जो फिलहाल मरीजों के परिजनों से चर्चा करके अस्पताल में हुई मौतों के कारणों पर अस्पताल प्रबंधन और संबंधित डॉक्टरों से चर्चा कर रहे हैं.
राज्य शासन ने कोरोना के सामान्य लक्षणों वाले मरीजों को उपचार मुहैया कराने के लिए गोकुलदास अस्पताल को यलो श्रेणी अस्पताल घोषित किया है. यहां वे मरीज लाए जा रहे हैं, जो कोरोना के गैर लक्षणों वाले सामान्य मरीज हैं.