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MPPSC Pre Exam 2022: अभ्यथिर्यों ने एक प्रश्न हटाने का किया विरोध, हाईकोर्ट जाने की तैयारी - हाईकोर्ट जाने की तैयारी

पिछले महीने मध्य प्रदेश राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2022 (MPPSC Pre Exam 2022) में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों ने मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग के उस फैसले का विरोध किया है, जिसमें एक प्रश्न हटाने का फैसला किया है. उनका कहना है कि आयोग का ये फैसला अनुचित है. आयोग के इस फैसले के खिलाफ हाई कोर्ट जाने की चेतावनी दी गई है.

MPPSC Pre Exam 2022
मध्य प्रदेश राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2022 एक प्रश्न हटाने का किया विरोध
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Published : Jun 15, 2023, 7:22 AM IST

इंदौर(Agency,PTI)। मध्य प्रदेश राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2022 (MPPSC Pre Exam 2022) में शामिल अभ्यर्थियों का कहना है कि भारत छोड़ो आंदोलन पर सवाल दो अंकों का था. परीक्षा के बाद इसे हटाना उन लोगों के साथ अन्यायपूर्ण होगा, जिन्होंने इसका सही उत्तर दिया है. वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने बीजेपी पर पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि एमपीपीएससी ने "राजनीतिक नेतृत्व को खुश करने के लिए प्रश्न को हटा दिया. ये फैसला युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने जैसा है."

भारत छोड़ो आंदोलन की तारीख पर विवाद : वहीं, अधिकारियों का कहना है कि एमपीपीएससी की 21 मई को हुई प्रारंभिक परीक्षा 2022 के सामान्य अध्ययन के पेपर में बहुविकल्पीय प्रश्न पूछा गया था- 'भारत छोड़ो आंदोलन किस तारीख को शुरू हुआ?' उम्मीदवारों को प्रश्न का उत्तर देने के लिए चार विकल्प दिए गए थे. उनमें 7 अगस्त, 1942, 9 अगस्त, 1942, 10 अगस्त, 1942 और 6 अगस्त, 1942 शामिल थे. परीक्षा देने वाले आकाश पाठक का कहना है 'हमारे पास ठोस आधिकारिक दस्तावेज हैं कि नौ अगस्त 1942 को भारत छोड़ो आंदोलन शुरू हुआ था.

परीक्षा देने वाले युवाओं का तर्क : परीक्षा देने वाले युवाओं का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी 'मन की बात' के एक एपिसोड में इसका जिक्र किया है. आंदोलन की शुरुआत की तारीख का सवाल प्रश्न पत्र में था. बता दें कि एमपीपीएससी ने 24 मई को जारी अंतिम आंसरशीट में '9 अगस्त, 1942' के विकल्प को सही बताया था, लेकिन 12 जून को जारी अंतिम आंसरशीट में दो अंक वाले इस प्रश्न को आश्चर्यजनक ढंग से हटा दिया गया. परीक्षा देने वाले युवाओं का कहना है कि अगर एमपीपीएससी ने अपने कथित अनुचित निर्णय को वापस नहीं लिया तो अभ्यर्थी मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ में याचिका दायर करेंगे.

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एमपीपीएससी ने ये जवाब दिया : युवाओं का कहना है कि भारत छोड़ो आंदोलन पर प्रश्न को हटाना उन हजारों उम्मीदवारों के साथ अन्याय है, जिन्होंने इसका सही उत्तर दिया था. वहीं, भारत छोड़ो आंदोलन के सवाल पर विवाद के बारे में पूछे जाने पर एमपीपीएससी के विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) रवींद्र पंचभाई ने कहा कि उम्मीदवारों द्वारा उठाई गई आपत्तियों पर विचार करने के बाद विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रश्न को हटा दिया गया था. इस बीच, सोशल मीडिया पर कथित स्क्रीनशॉट सामने आए हैं, जिसमें दावा किया गया है कि राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ट्विटर अकाउंट से 8 अगस्त, 2020 की एक पोस्ट में "8 अगस्त, 1942" को भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत की तारीख बताया गया है.

इंदौर(Agency,PTI)। मध्य प्रदेश राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2022 (MPPSC Pre Exam 2022) में शामिल अभ्यर्थियों का कहना है कि भारत छोड़ो आंदोलन पर सवाल दो अंकों का था. परीक्षा के बाद इसे हटाना उन लोगों के साथ अन्यायपूर्ण होगा, जिन्होंने इसका सही उत्तर दिया है. वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने बीजेपी पर पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि एमपीपीएससी ने "राजनीतिक नेतृत्व को खुश करने के लिए प्रश्न को हटा दिया. ये फैसला युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने जैसा है."

भारत छोड़ो आंदोलन की तारीख पर विवाद : वहीं, अधिकारियों का कहना है कि एमपीपीएससी की 21 मई को हुई प्रारंभिक परीक्षा 2022 के सामान्य अध्ययन के पेपर में बहुविकल्पीय प्रश्न पूछा गया था- 'भारत छोड़ो आंदोलन किस तारीख को शुरू हुआ?' उम्मीदवारों को प्रश्न का उत्तर देने के लिए चार विकल्प दिए गए थे. उनमें 7 अगस्त, 1942, 9 अगस्त, 1942, 10 अगस्त, 1942 और 6 अगस्त, 1942 शामिल थे. परीक्षा देने वाले आकाश पाठक का कहना है 'हमारे पास ठोस आधिकारिक दस्तावेज हैं कि नौ अगस्त 1942 को भारत छोड़ो आंदोलन शुरू हुआ था.

परीक्षा देने वाले युवाओं का तर्क : परीक्षा देने वाले युवाओं का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी 'मन की बात' के एक एपिसोड में इसका जिक्र किया है. आंदोलन की शुरुआत की तारीख का सवाल प्रश्न पत्र में था. बता दें कि एमपीपीएससी ने 24 मई को जारी अंतिम आंसरशीट में '9 अगस्त, 1942' के विकल्प को सही बताया था, लेकिन 12 जून को जारी अंतिम आंसरशीट में दो अंक वाले इस प्रश्न को आश्चर्यजनक ढंग से हटा दिया गया. परीक्षा देने वाले युवाओं का कहना है कि अगर एमपीपीएससी ने अपने कथित अनुचित निर्णय को वापस नहीं लिया तो अभ्यर्थी मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ में याचिका दायर करेंगे.

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एमपीपीएससी ने ये जवाब दिया : युवाओं का कहना है कि भारत छोड़ो आंदोलन पर प्रश्न को हटाना उन हजारों उम्मीदवारों के साथ अन्याय है, जिन्होंने इसका सही उत्तर दिया था. वहीं, भारत छोड़ो आंदोलन के सवाल पर विवाद के बारे में पूछे जाने पर एमपीपीएससी के विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) रवींद्र पंचभाई ने कहा कि उम्मीदवारों द्वारा उठाई गई आपत्तियों पर विचार करने के बाद विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रश्न को हटा दिया गया था. इस बीच, सोशल मीडिया पर कथित स्क्रीनशॉट सामने आए हैं, जिसमें दावा किया गया है कि राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ट्विटर अकाउंट से 8 अगस्त, 2020 की एक पोस्ट में "8 अगस्त, 1942" को भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत की तारीख बताया गया है.

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