इंदौर। अंगदान (organ donation) में अग्रणी होने के बावजूद इंदौर का सोटो सेंटर यानी स्टेट आर्गन टिशू एंड ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन भोपाल स्थानांतरित किए जाने के फैसले के बाद इंदौर मेडिकल कॉलेज समेत प्रशासन की टीम सक्रिय हो गई है. इस मामले में इंदौर सांसद शंकर लालवानी और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अंग दान का कार्यालय इंदौर से ही संचालित करने की मांग की है. वहीं इंदौर प्रशासन ने अंगदान की गतिविधियां अब तेज करने का फैसला किया है.
शंकर लालवानी ने सीएम से की बात
सोटो सेंटर इंदौर में ही बनाए रखने के लिए सांसद शंकर लालवानी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सांरग और अपर मुख्य सचिव से बात की. उन्होंने कहा कि पूरे देश में इंदौर ने अंगदान में बेहतर काम किया है. इसमें सोटो की भूमिका उल्लेखनीय रही. इसलिए सोटो सेंटर इंदौर में ही रहेगा ऐसा विश्वास है.
ऑर्गन डोनेशन की मुहिम दोबारा शुरू
कोरोना काल से पहले तक ऑर्गन डोनेशन के मामले में अव्वल रहने वाले इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज और संभाग आयुक्त कार्यालय ने एक बार फिर अंगदान से संबंधित मुहिम तेज करने का फैसला किया. लिहाजा इस मुहिम को दोबारा शुरू करने के लिए इंदौर संभागायुक्त कार्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई. जिसमें सांसद शंकर लालवानी,संभागायुक्त डॉक्टर पवन शर्मा सहित एनजीओ के पदाधिकारी शामिल हुए. बैठक में ऑर्गन डोनेशन की मुहिम को दोबारा शुरू करने और लोगों को इसके प्रति जागरूक करने की रणनीति तैयार की गई है. इस दौरान संभागायुक्त डाक्टर पवन शर्मा ने मुहिम को दोबारा शुरू करने के साथ ही इसमें पारदर्शिता लाने के भी निर्देश जारी किए.
अंगदान के मामले में इंदौर नंबर वन
संभागायुक्त के मुताबिक मार्च के महीने से प्रशासन की टीम कोविड 19 में लगी हुई थी. जिसके चलते अंगदान की यह मुहिम ठंडे बस्ते में चली गई थी. साथ ही सभी अस्पतालों में कोविड पेशेंट के इलाज होने से भी इस काम पर असर पड़ा है. लिहाजा इस मुहिम को दोबारा शुरू करने और अंगदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए एक बार फिर से मुहिम तेज की जाएगी. संभागायुक्त ने इस बात पर भी जोर दिया है कि इस बार यह भी तय किया जाए की प्राथमिकता के हिसाब से ही जरुरतमंदो को अंग मिल सके. गौरतलब है कोरोनाकाल के पहले इंदौर शहर में अंगदान को लेकर लोगों में खासी जागरूकता देखने को मिली थी. शहर में इतने अंगदान हुए की देशभर में इंदौर शहर अंगदान के मामले में नंबर वन बन चुका था. इस मुहीम से कई लोगों को नया जीवन भी मिला था. अब अधिकारी एक बार फिर से शहर का खोया हुआ मुकाम दोबारा हासिल करने की कवायद में जुट गए है.