भोपाल/इंदौर। मध्य प्रदेश में हर सरकारी कामकाज में कमीशन खोरी के बढ़ते मामलों के बीच कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के ट्वीट पर भाजपा ने आपत्ति जताई है. दरअसल प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए मध्य प्रदेश के हर सरकारी काम में 50% कमीशन का जिक्र किया था, जिसे भ्रामक बताते हुए भाजपा ने शनिवार को इंदौर और भोपाल के थाने में ज्ञापन देकर कर प्रियंका गांधी समेत कमलनाथ और अरुण यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है.
एमपी में प्रियंका गांधी के ट्वीट पर बवाल: दरअसल, अपने ट्वीट में प्रियंका गांधी ने उल्लेख किया था कि "मध्य प्रदेश में ठेकेदारों के संघ ने हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर शिकायत की है कि प्रदेश में 50% कमीशन देने पर ही भुगतान मिलता है. उन्होंने ट्वीट में बताया कि कर्नाटक में BJP सरकार 40% कमीशन की वसूली करती थी, मध्य प्रदेश में BJP भ्रष्टाचार का अपना ही रिकॉर्ड तोड़कर आगे निकल गई है. उन्होंने उदाहरण देते हुए लिखा "कर्नाटक की जनता ने 40% कमीशन वाली सरकार को बाहर किया, अब मध्य प्रदेश की जनता 50% कमीशन वाली भाजपा सरकार को सत्ता से हटाएगी." इसके अलावा एक पेपर कटिंग भी ट्वीट के साथ अपलोड की गई, जिसमें उल्लेख है कि लघु एवं मध्यम वर्गीय संविदा कार संघ द्वारा 2018 के बाद से अब तक विभिन्न निर्माण कार्य किए गए, जिन्हें पूरा करने में 50 परसेंट तक कमीशन की मांग की जा रही है.
प्रियंका गांधी समेत अन्य पर हो एफआईआर: प्रियंका गांधी के ट्वीट के बाद प्रदेश में हड़कंप मच गया और उसके बाद यह पत्र सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हुआ. अब इस पत्र के खिलाफ भाजपा का कहना है कि इस पत्र में जिस ठेकेदार ज्ञानेंद्र अवस्थी का नाम दर्ज है, उस नाम का कोई व्यक्ति नहीं है. इंदौर भाजपा नेताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि योजनाबद्ध तरीके से कांग्रेस द्वारा सरकार की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है, जिसके खिलाफ थाने में ज्ञापन देकर प्रियंका समेत अन्य कांग्रेस नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है.
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भोपाल में भी मामला दर्ज करने की मांग: प्रियंका गांधी के ट्वीट के बाद भोपाल में राजनीति गरमा गई है और इस पूरे मामले में भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी पर हमलावर है. भाजपा द्वारा एक शिकायत भोपाल क्राइम ब्रांच में की गई है. शिकायत दर्ज कराने पहुंचे चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि "आज फिर कांग्रेस ने नेहरू परिवार की परंपरा निभाई है कि देश में झूठ और फरेब की राजनीति को आगे बढ़ाया जाए, मध्य प्रदेश के चुनाव आते-आते उसको और ज्यादा फैला रहे हैं. एक झूठा पत्र, एक झूठा व्यक्ति, एक झूठा संगठन जिसका कोई अस्तित्व नहीं है, कोई संगठन है, नहीं कोई व्यक्ति है. ना हीं जिस पते पर व कार्यालय बताया गया है, उस पते पर वह कार्यालय नहीं है. वह पता भी सही नहीं है, उसके बाद भी या झूठ की राजनीति सोशल मीडिया के जरिए फैलाई जा रही है. जिस घटना की बात की जा रही है, वह घटना हुई नहीं और हम देख रहे हैं कि जैसे-जैसे चुनाव पास आ रहे हैं, कांग्रेस के नेता बरगला गए हैं और जनता को भी भर के लाना चाहते हैं. कांग्रेस के नेताओं को एहसास हो गया है कि मध्य प्रदेश की जनता ने उन्हें नकार दिया है और चुनाव में झूठ और फरेब की राजनीति को आगे बढ़ना चाहते हैं, इसलिए आज हमने संगठन के साथ आकर प्रियंका गांधी, कमलनाथ, अरुण यादव और हर उस कांग्रेस के नेता जिसने यह झूठा ट्वीट किया है या रिट्वीट किया है, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आवेदन दिया है और हमें पूरी उम्मीद है कि पुलिस इस पूरे मामले में एफआईआर दर्ज करेगी.