इंदौर। शहर में केंद्र सरकार की गलत नीतियों के साथ ही एलआईसी और एसबीआई बैंक के खाताधारको के पैसे अडानी ग्रुप में सरकार के दबाव में लगाने से हुए नुक़सान के विरोध में कांग्रेस मुखर है. लाखों ग़रीब और मध्यमवर्गीय लोगों की कमाई को सरकार द्वारा डुबाये जाने के विरोध में इंदौर में कांग्रेस नेताओं द्वारा सत्य साईं चौराहे पर धरना विरोध प्रदर्शन किया. जहां कांग्रेसी नेता चंद्रशेखर पटेल द्वारा मंच से प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ अभद्र टिप्पणी कर दी. जिसका वीडियो मौजूद मीडिया के कैमरे में कैद हो गया. हालांकि जब कांग्रेस नेताओं को इस गलती का एहसास हुआ तो मौजूद अन्य कांग्रेस के नेताओं ने कांग्रेस नेता चंद्रशेखर पटेल को धरना प्रदर्शन स्थल से रवाना कर दिया.
बीजेपी नेताओं ने साधा निशाना : इधर, इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही भाजपा अब आक्रमक मूड में है. भाजपा नेता नरेंद्र सलूजा ने तत्काल ट्वीट करते हुए सवाल किया है कि कांग्रेस द्वारा मुख्यमंत्री और भाजपा नेताओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां की जा रही हैं. इसका जवाब कांग्रेस को देना चाहिए कि इस तरह की टिप्पणी उचित है या अनुचित. बता दें कि शुक्रवार सुबह इंदौर के विजय नगर थाना क्षेत्र स्थित सत्य साईं चौराहे के पास कांग्रेसी नेता चिंटू चौकसे, राजू भदौरिया सहित कई कांग्रेसी कार्यकर्ता एकत्र हुए थे. जहा केंद्र सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया गया.
वीडियो वायरल होते ही रोष : इस मामले के वीडियो वायरल होते ही भाजपा नगर अध्यक्ष ने इसे आपत्तिजनक बताते हुए संबंधित नेता के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सोच सामंती रही है. ये लोग कभी प्रधानमंत्री को गाली बकते हैं तो कभी मुख्यमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करते हैं. इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. कांग्रेस कितना भी जोर लगा ले, प्रदेश में 2023 में कमल खिल के रहेगा. इसी बात से बौखलाए हुए कांग्रेस नेता इस तरह की टिप्पणी कर रहे हैं जिनके खिलाफ एफआईआर कराने के साथ ही आगे भी कठोर से कठोर कार्रवाई होगी.
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अब आयोजक दे रहे हैं सफाई : बताया जाता है कि कांग्रेस नेता चंद्रशेखर पटेल दिग्विजय सिंह समर्थक हैं, जिनका अब दिग्विजय सिंह के साथ करीबी दर्शाता हुआ फोटो भी वायरल किया जा रहा है. गौरतलब है आज सत्य साईं चौराहे पर कांग्रेस नेता चिंटू चौक से राजू सेगर समेत विभिन्न कांग्रेसी नेताओं ने केंद्र सरकार की गरीब और मध्यमवर्गीय नीति का विरोध करते हुए एलआईसी और बैंकों का पैसा अडानी ग्रुप में लगाए जाने को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. इस विरोध प्रदर्शन के दौरान मुख्यमंत्री पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई. हालांकि अब खुद कार्यक्रम के आयोजक चिंटू चौक इस मामले में सफाई देते नजर आ रहे हैं. उनका मानना है कि किसी भी स्तर पर अभद्र भाषा का प्रयोग नहीं होना चाहिए. कांग्रेस और भाजपा की लड़ाई वैचारिक है. इसमें आपत्तिजनक भाषा का उपयोग किसी भी स्तर पर नहीं होना चाहिए.