इंदौर। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) एमपी में उसी निमाड़ के रास्ते एंट्री की है, जहां किसान कर्ज माफी का मुद्दा उछालकर कांग्रेस ने 2018 के विधानसभा चुनाव में सत्ता में वापसी की थी. एमपी में यात्रा को मिले शुरुआती रिस्पांस से कांग्रेसियों का आत्मविश्वास तो यकीनन बढ़ा है. लेकिन इंदौर पहुंचने से पहले यात्रा एक बार फिर विवादों में घिरती जा रही है. कांग्रेस के शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल का कहना है कि, राहुल गांधी सबसे पहले राजवाड़ा पहुंचेगे, लेकिन समय अधिक हो जाने के कारण वे माता अहिल्या की प्रतिमा पर माल्यार्पण नहीं करेंगे. यहां सिर्फ नुक्कड सभा का आयोजन किया जाएगा. इसे लेकर बीजेपी ने कांग्रेस नेताओं को सद्बुद्धि देने की बात कही है.
माता अहिल्या की प्रतिमा पर नहीं करेंगे माल्यार्पण: इंदौर की परंपरा है कि, यहां जब भी कोई बड़ा नेता पहुंचता है तो सबसे पहले माता अहिल्या की प्रतिमा पर माल्यार्पण करता है, लेकिन कांग्रेस का कहना है कि, रात अधिक होने के कारण माल्यार्पण नहीं किया जा सकता है. माल्यार्पण अगले दिन किया जाएगा. कांग्रेस के नगर अध्यक्ष के द्वारा दिए गए बयान को लेकर बीजेपी के नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे का कहना है कि, कांग्रेस की मानसिकता खराब है. मां अहिल्या इंदौर शहरवासियों के लिए आराध्य हैं. वह कह रहे हैं कि अगर समय मिला तो हम जाएंगे इससे कांग्रेस नेताओं की मानसिकता समझ आती है.
बीजेपी का आरोप: इंदौर आने के बाद वह कह रहे हैं कि, यदि समय मिला तो अहिल्या माता की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने जाएंगे. मैं अहिल्या माता से प्रार्थना करता हूं कि सभी कांग्रेसियों को सद्बुद्धि दे, माता अहिल्या की नगरी में आकर वह जिस तरह से बात कर रहे हैं. यह इंदौरी जनता कांग्रेस को माफ नहीं करेगी. उनको पहले ही भारत का इतिहास, भारत का भूगोल इंदौर का इतिहास पूरी तरीके से जान लेना चाहिए. प्रियंका वाड्रा और रॉबर्ट वाड्रा को लेकर बीजेपी के नगर अध्यक्ष गौरव का कहना है कि, मुझे तो आश्चर्य हो रहा था कि अभी तक कांग्रेस अपने मूलरूप में क्यों नहीं है, लेकिन मध्यप्रदेश आते ही उनका पूरा परिवार आ चुका है.