इंदौर। करोना महामारी के बीच मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर के सबसे बड़े मोबाइल मार्केट में लॉकडाउन का असर अब दिखने लगा है. लगातार चल रहे लॉकडाउन के चलते मोबाइल मार्केट पिछले 2 महीने से बंद है. हालांकि अनलॉक 1.0 का दौर शुरू होने के बावजूद मोबाइल मार्केट के लिए अभी चुनौतियां कम नहीं हुई हैं. इंदौर शहर में जहां मोबाइल मार्केट स्थित हैं उसे फिलहाल पूरी तरह बंद रखने का फैसला लिया गया है. नावेल्टी बाजार से फिलहाल व्यापारियों को अपना माल निकालने की अनुमति दी गई है.
प्रतिदिन होता था करोड़ों का व्यापार
इस मार्केट में नए और पुराने मोबाइल फोन का व्यापार किया जाता था. मोबाइल मार्केट के नाम से मशहूर इस बाजार से पूरे मध्यप्रदेश में मोबाइल भेजे जाते थे, रोजाना इस बाजार में एक करोड़ से अधिक का व्यापार किया जाता था, लॉकडाउन होने के कारण शहर में सबसे अधिक नुकसान भी इसी बाजार को उठाना पड़ा है. अब प्रशासन की तरफ से यहां के व्यापारियों को सिर्फ अपना सामान निकालने की अनुमति दी गई है.
हजारों कर्मचारी हुए बेरोजगार
नावेल्टी बाजार में 3 हजार से अधिक मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकानें हैं, हर दुकान का व्यापार इतना अधिक था कि, वहां पर 2 से 3 कर्मचारियों को रखा जाता था. लॉकडाउन होने के कारण दुकानें पूरी तरह से बंद हो गईं, यहां काम करने वाले हजारों कर्मचारी बेरोजगार हो गए. अब इन कर्मचारियों के सामने वापस से अपना रोजगार पाना सबसे बड़ी चुनौती है. जिला प्रशासन ने अभी तक इन्हें सिर्फ अपना माल निकालकर ऑनलाइन डिलीवरी करने की अनुमति दी है. जिससे कि दुकानों के आने वाले समय में भी बंद रहने की आशंका जताई जा रही है.
फिलहाल नहीं होगा बाजार चालू
इंदौर को तीन जोन में बांटकर व्यापार करने के लिए अलग-अलग अनुमति प्रदान की जा रही है. लेकिन शहर के मध्य क्षेत्र को पूरी तरह से ही बंद रखने का निर्णय जिला प्रशासन ने लिया है. इंदौर का जेल रोड भी इसी मध्य क्षेत्र के अंतर्गत आता है. जहां पर कोरोना का सबसे अधिक असर हुआ है. ऐसे में इस बाजार को चालू करने की अनुमति फिलहाल प्रशासन नहीं दे रहा है.
इंदौर कलेक्टर और सांसद से मदद की गुहार
फिलहाल जेल रोड के सभी व्यापारी, इंदौर कलेक्टर और सांसद से बार-बार अपने व्यापार को चालू करने की गुहार लगा रहे हैं. व्यापारियों का कहना है कि वो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अपने व्यापार का संचालन करेंगे.