इंदौर। अयोध्या में लोकार्पित होने जा रहे भगवान श्री राम मंदिर को लेकर देश भर में जहां लोगों की अपनी-अपनी आस्था और श्रद्धा है. वहीं हर कोई राम मंदिर और भगवान राम में अपनी आस्था व्यक्त करने के लिए कुछ भी करने तैयार है. इंदौर में ऐसे ही शख्स हैं, कार्तिक जोशी. जो इंदौर से अयोध्या के राम मंदिर तक भगवान श्री राम के दर्शन के लिए दौड़कर पहुंचने जा रहे हैं. आज इंदौर से रवाना हुए कार्तिक जोशी 22 जनवरी को अयोध्या पहुंचकर भगवान श्री राम मंदिर में दर्शन करेंगे. साथ ही अपनी लंबी दौड़ के जरिए देश के युवाओं को भगवान राम के सिद्धांतों पर चलने का संदेश भी देंगे.
रनर और एथलीट हैं कार्तिक जोशी: दरअसल, पैशे से अल्ट्रा रनर और एथलीट कार्तिक जोशी भगवान राम के अनन्य भक्त हैं. 2019 में जब सुप्रीम कोर्ट का आदेश आया कि राम मंदिर अयोध्या में वही बनेगा, जहां रामलला का जन्म हुआ था. तब कार्तिक ने निश्चय किया था कि मंदिर बनने के बाद हर कोई वहां अलग-अलग साधनों से भगवान के दर्शन करने पहुंचेगा. कोई टैक्सी से जाएगा तो कोई ट्रेन से या प्लेन से लेकिन भगवान राम ने जो सौगात कार्तिक को अल्ट्रा रनिंग और एथलीट होने का जो प्रोफेशन दिया है. वह उसी के जरिए अयोध्या जाएगा. अब हालांकि 22 जनवरी 2024 को रामलाल की अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा हो रही है. तब कार्तिक जोशी ने इंदौर से अयोध्या तक 14 दिन में करीब 1008 किलोमीटर दौड़कर यह सफर पूरा करने का फैसला किया है.
विजयवर्गीय और भार्गव ने दिखाई हरी झंडी: आज इंदौर के रणजीत हनुमान मंदिर से उन्होंने अपनी इस लंबी दौड़ की शुरुआत की. कार्तिक की दौड़ को राज्य के नगरीय प्रशासन एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने झंडी दिखाकर रवाना किया. इस दौरान कार्तिक जोशी का कहना था कि इंदौर से अयोध्या की दूरी 945 किलोमीटर है, लेकिन 945 हमारे सनातन धर्म में कोई संख्या नहीं है. इसलिए हमने 1008 किलोमीटर दौड़ने का प्लान किया है. हालांकि यह दूरी हम 8, 9 या 10 दिन में पूरी कर सकते हैं, लेकिन क्योंकि भगवान राम को 14 वर्ष का वनवास हुआ था, तो कार्तिक जोशी भी अपनी दौड़ 14 दिन में पूरी करके 22 जनवरी 2024 को अयोध्या के भविष्य श्री राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान भगवान के दर्शन करेंगे. उनकी इस यात्रा को लेकर वरिष्ठ भाजपा नेता और नगरी प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने शुभकामना देते हुए कहा की एक छोटे से परिवार का रनर इतनी लंबी दौड़ के माध्यम से अपनी अयोध्या के राम मंदिर के लिए यात्रा पूरी कर रहा है, यह अन्य युवाओं और देश के लिए प्रेरणादाई है.
युवाओं को लेना चाहिए भगवान श्री राम से सीख: कार्तिक जोशी ने अपनी रनिंग के जरिए युवाओं को भगवान राम के कथानक से सीख लेने की नसीहत दी है. उन्होंने कहा आज की युवा पीढ़ी छोटी-छोटी परेशानी में तनाव में आकर डिप्रेशन और परेशानी झेलती है, लेकिन 14 वर्ष के वनवास की घोषणा के बाद भी भगवान श्री राम अस्थिर नहीं हुए और उन्होंने अपने पिता के वचन को निभाने के लिए 14 साल का वनवास स्वीकार किया, लेकिन आज की वर्तमान पीढ़ी छोटी-छोटी बातों में डिप्रेशन और परेशानी का शिकार हो जाती है. इसलिए युवाओं को सनातन धर्म के भागवत महापुराण रामायण और गीता के उपदेशों में बड़ी परेशानियों के छोटे और आसान धार्मिक सॉल्यूशन को फॉलो करना चाहिए.
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कार्तिक के साथ 108 बार राम नाम का जाप: कार्तिक जोशी की इस यात्रा के दौरान कई लोगों ने उन्हें शुभकामनाएं दी है. वहीं इंदौर की वर्षा पांडे ने उन्हें हनुमान जी और भगवान राम के आशीर्वाद के स्वरूप में 108 बार राम नाम लिखी पुस्तिका भेंट की है. जिसे लेकर वह अयोध्या जा रहे हैं. गौरतलब है कार्तिक जोशी अपनी इस यात्रा के पूर्व पिछले 6 साल से अल्ट्रा रनिंग कर रहे हैं. उन्होंने साउथ अफ्रीका में कॉमनवेल्थ मैराथन में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए सिल्वर मेडल भी हासिल किया है. इसके अलावा एशियाई चैंपियनशिप में 100 किलोमीटर दौड़ प्रतियोगिता में भी सिल्वर मेडल जीता है, हालांकि इसके पहले वह 277 किलोमीटर बिना रुके अल्ट्रा रनिंग करने का भी रिकॉर्ड बनाने का दावा करते हैं.