इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में एक सिख धार्मिक कार्यक्रम में कांग्रेस नेता कमलनाथ की मौजूदगी को लेकर विवाद खड़ा हो गया. (Kamal Nath Sikh Controversy) कार्यक्रम से जाने के बाद कीर्तन गायक मनप्रीत सिंह कानपुरी ने 1984 के सिख विरोधी दंगों का जिक्र आयोजकों को फटकार भी लगाई थी. वहीं इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें गायक कीर्तन को धार्मिक कार्यक्रम में राजनीतिक नेताओं को सम्मानित करने वाले आयोजकों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए दिखाया. वहीं उन्होंने तत्कालीन प्रधान मंत्री की हत्या के बाद हुए सिख विरोधी दंगों का एक परोक्ष संदर्भ दिया. मानपुरी कानपुरी ने सीधे कमलनाथ का नाम नहीं लिया था. मामले में कांग्रेस ने बीजेपी पर साजिश का आरोप लगाया है.
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प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी गुरु नानक जयंती के अवसर पर इंदौर के खालसा कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में शामिल। pic.twitter.com/0EeRa3hEDc
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— MP Congress (@INCMP) November 8, 2022प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी गुरु नानक जयंती के अवसर पर इंदौर के खालसा कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में शामिल। pic.twitter.com/0EeRa3hEDc
— MP Congress (@INCMP) November 8, 2022
कानपुरी ने कहा दोबारा इंदौर नहीं जाएंगे: बता दें यह घटना मंगलवार को गुरु नानक जयंती के अवसर पर इंदौर में आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम की है. जहां कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, भाजपा के पूर्व सांसद कृष्णमुरारी मोघे और अन्य लोग खालसा में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे. आयोजकों ने इन राजनेताओं को स्मृति चिन्ह सौंपे, जिससे कीर्तन (भक्ति गीत) कार्यक्रम में कम से कम 30 मिनट की देरी हुई. वहीं कमलनाथ के कार्यक्रम स्थल से जाने के बाद, गायक मनप्रीत कानपुरी ने मंच से आयोजकों पर हमला किया (sikhs protest against kamal nath in jayanti) . उन्होंने आयोजकों को डांट लगाते हुए कहा कि आप किस सिद्धांत के बारे में बात कर रहे हैं. आपको टायर लगाकर जला दिया गया, फिर भी आप रास्ते नहीं बदलते. आप किस तरह की राजनीति करना चाहते हैं. उन्होंने धार्मिक नारे लगाने वाले दर्शकों के सदस्यों को शांत किया. कानपुरी ने कहा कि वह फिर से इंदौर नहीं जाएंगे.
बता दें दिल्ली हाईकोर्ट ने जनवरी में एक विशेष जांच दल को 1984 के सिख विरोधी दंगों से संबंधित एक मामले में कमलनाथ की कथित भूमिका को लेकर कार्रवाई की मांग करने वाली याचिका पर एक स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने के लिए कहा था. (Congress Accuses BJP Of Conspiracy) इस बीच, राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इस घटना को "शर्मनाक और बेहद दुखद" करार दिया था.
कांग्रेस ने बताई बीजेपी की साजिश: वहीं मामले में एमपी कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने बताया कि कमलनाथ के खालसा कॉलेज के कार्यक्रम के बाद के घटनाक्रम को कुछ भाजपा लोगों द्वारा प्रायोजित किया गया था. उन्होंने कमलनाथ के खिलाफ भाजपा के आरोपों को करार दिया (Congress Accuses BJP Of Conspiracy .. सिख विरोधी दंगे पूरी तरह से निराधार है. इन दंगों के बाद, कमलनाथ पांच बार लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं. मिश्रा ने कहा, यह कमलनाथ के खिलाफ नरोत्तम मिश्रा के आरोपों का एक बड़ा सबूत और खंडन है. उन्होंने कहा कि प्रत्येक भारतीय को गुरु नानक के सामने प्रार्थना करने का अधिकार है और स्थानीय सिख समुदाय ने कमलनाथ के इस कार्यक्रम में शामिल होने पर कोई आपत्ति नहीं की थी.