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चुनाव प्रत्याशी बनने से नाखुश कैलाश विजयवर्गीय बोले- "बड़े नेता हो गये हैं, हाथ पांव जोड़ने का नहीं- भाषण देना और निकल जाना"

Kailash Vijayvargiya inside story मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने दूसरी लिस्ट में अपने धुरंधर नेताओं को उतारा तो सियासत में जैसे भूचाल आ गया. इनमें से कई नेताओं ने सोचा भी नहीं था कि उन्हें भी चुनाव लड़ना पड़ेगा. भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को इंदौर 1 से प्रत्याशी बनाया गया है. विजयवर्गीय को क्यों और कैसे मिला टिकट. क्या वह चुनाव लड़ना चाहते थे. इसकी इनसाइड स्टोरी उन्होंने बताई. MP Election 2023

MP Election 2023
उम्मीदवार घोषित होते ही क्यों चौंके विजयवर्गीय बताई पूरी इनसाड स्टोरी
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Sep 27, 2023, 8:46 AM IST

Updated : Sep 27, 2023, 6:37 PM IST

उम्मीदवार घोषित होते ही क्यों चौंके विजयवर्गीय बताई पूरी इनसाड स्टोरी

इंदौर। बीजेपी की दूसरी सूची में नाम घोषित होने के बाद कैलाश विजयवर्गीय इंदौर 1 विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे. सबसे पहले उन्होंने इंदौर के बड़ा गणपति चौराहा पर मौजूद गणेश भगवान के दर्शन किए. इसके बाद कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि अचानक उनके नाम की घोषणा हुई. जब उन्हें इस बात की जानकारी लगी तो वह भी एक बार सोच में पड़ गए, लेकिन जब लगातार कार्यकर्ताओं के फोन और पार्टी नेतृत्व से पता किया तो कंफर्म हो गया. पार्टी ने जो दिशा निर्देश दिए उसके बाद अब इच्छा हुई कि चुनाव लड़ लिया जाए. MP Election 2023

चुनाव लड़ने की इच्छा नहीं थी : कैलाश विजयवर्गीय ने कहा "घोषणा होने के बाद भी अभी तक मैं अपने आपको उम्मीदवार नहीं मान रहा हूं. मेरा मन नहीं था चुनाव लड़ने का. पार्टी ने टिकट जरूर दे दिया लेकिन अंदर से खुश नहीं है. इसलिए लड़ने की इच्छा ही नहीं है. मेरी एक परसेंट भी इच्छा लड़ने की नहीं है. अपुन तो बड़े नेता हो गए हैं. भाषण देने की इच्छा रहती है. भाषण देना और निकल जाना, हाथ पांव जोड़ने का नहीं... यही सोचा था. हमने तो प्लान यह बनाया था कि रोज आठ सभाएं करनी हैं. प्लान बनाया गया था लेकिन जो सोचते हैं, क्या वही होता है. भगवान की जो इच्छा होती है, वह होती है. मैं एक बार फिर उम्मीदवार बन गया. मुझे अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है कि मुझे टिकट मिल गया और मैं उम्मीदवार बन गया." वहीं, कैलाश विजयवर्गीय के इस बयान पर कांग्रेस ने तंज कसते हुए कहा कि ये है मध्य प्रदेश में भाजपा की हालत.

  • “पार्टी ने टिकट दे दिया पर मैं अंदर से खुश नहीं हूं।मेरी लड़ने की 1% भी इच्छा नहीं है।

    अब हम बड़े नेता हो गये हैं, भाषण देना और निकल जाना - हाथ पांव जोड़ने का नहीं।

    हमने तो प्लान ये बनाया था कि रोज़ 8 सभा करनी है, 5 हेलीकॉप्टर से और 3 कार से”: भाजपा उम्मीदवार कैलाश… pic.twitter.com/usbh3lsgz3

    — Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) September 27, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ये खबरें भी पढ़ें...

अमित शाह का फोन आया : विजयवर्गीय ने सभा को संबोधित करते हुए कहा "मुझे गृह मंत्री अमित शाह का फोन आया. उन्होंने कहा कि आप विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं, अच्छी बात है. लेकिन आप उस विधानसभा सीट के अलावा मध्य प्रदेश में भी विभिन्न जगहों पर जाकर सभाएं करेंगे. इसलिए मुझे दौरा करना पड़ेंगे. सभाएं लेनी पड़ेंगी तो चुनाव कौन लड़ेगा. कार्यकर्ता चुनाव लड़ेगा और हर एक कार्यकर्ता कैलाश विजयवर्गीय बनकर इस विधानसभा चुनाव में काम करे. मैंने विपरीत परिस्थितियों में राजनीति की है क्योंकि उस समय इंटक और कांग्रेस वाले मारपीट पर उतारू हो जाते थे, लेकिन हमने शाखा लगाकर काम किया. आप जैसे छोटे से कार्यकर्ता से मैंने अपना जीवन शुरू किया और आज यहां तक पहुंचा हूं." Kailash Vijayvargiya told inside story

उम्मीदवार घोषित होते ही क्यों चौंके विजयवर्गीय बताई पूरी इनसाड स्टोरी

इंदौर। बीजेपी की दूसरी सूची में नाम घोषित होने के बाद कैलाश विजयवर्गीय इंदौर 1 विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे. सबसे पहले उन्होंने इंदौर के बड़ा गणपति चौराहा पर मौजूद गणेश भगवान के दर्शन किए. इसके बाद कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि अचानक उनके नाम की घोषणा हुई. जब उन्हें इस बात की जानकारी लगी तो वह भी एक बार सोच में पड़ गए, लेकिन जब लगातार कार्यकर्ताओं के फोन और पार्टी नेतृत्व से पता किया तो कंफर्म हो गया. पार्टी ने जो दिशा निर्देश दिए उसके बाद अब इच्छा हुई कि चुनाव लड़ लिया जाए. MP Election 2023

चुनाव लड़ने की इच्छा नहीं थी : कैलाश विजयवर्गीय ने कहा "घोषणा होने के बाद भी अभी तक मैं अपने आपको उम्मीदवार नहीं मान रहा हूं. मेरा मन नहीं था चुनाव लड़ने का. पार्टी ने टिकट जरूर दे दिया लेकिन अंदर से खुश नहीं है. इसलिए लड़ने की इच्छा ही नहीं है. मेरी एक परसेंट भी इच्छा लड़ने की नहीं है. अपुन तो बड़े नेता हो गए हैं. भाषण देने की इच्छा रहती है. भाषण देना और निकल जाना, हाथ पांव जोड़ने का नहीं... यही सोचा था. हमने तो प्लान यह बनाया था कि रोज आठ सभाएं करनी हैं. प्लान बनाया गया था लेकिन जो सोचते हैं, क्या वही होता है. भगवान की जो इच्छा होती है, वह होती है. मैं एक बार फिर उम्मीदवार बन गया. मुझे अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है कि मुझे टिकट मिल गया और मैं उम्मीदवार बन गया." वहीं, कैलाश विजयवर्गीय के इस बयान पर कांग्रेस ने तंज कसते हुए कहा कि ये है मध्य प्रदेश में भाजपा की हालत.

  • “पार्टी ने टिकट दे दिया पर मैं अंदर से खुश नहीं हूं।मेरी लड़ने की 1% भी इच्छा नहीं है।

    अब हम बड़े नेता हो गये हैं, भाषण देना और निकल जाना - हाथ पांव जोड़ने का नहीं।

    हमने तो प्लान ये बनाया था कि रोज़ 8 सभा करनी है, 5 हेलीकॉप्टर से और 3 कार से”: भाजपा उम्मीदवार कैलाश… pic.twitter.com/usbh3lsgz3

    — Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) September 27, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

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अमित शाह का फोन आया : विजयवर्गीय ने सभा को संबोधित करते हुए कहा "मुझे गृह मंत्री अमित शाह का फोन आया. उन्होंने कहा कि आप विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं, अच्छी बात है. लेकिन आप उस विधानसभा सीट के अलावा मध्य प्रदेश में भी विभिन्न जगहों पर जाकर सभाएं करेंगे. इसलिए मुझे दौरा करना पड़ेंगे. सभाएं लेनी पड़ेंगी तो चुनाव कौन लड़ेगा. कार्यकर्ता चुनाव लड़ेगा और हर एक कार्यकर्ता कैलाश विजयवर्गीय बनकर इस विधानसभा चुनाव में काम करे. मैंने विपरीत परिस्थितियों में राजनीति की है क्योंकि उस समय इंटक और कांग्रेस वाले मारपीट पर उतारू हो जाते थे, लेकिन हमने शाखा लगाकर काम किया. आप जैसे छोटे से कार्यकर्ता से मैंने अपना जीवन शुरू किया और आज यहां तक पहुंचा हूं." Kailash Vijayvargiya told inside story

Last Updated : Sep 27, 2023, 6:37 PM IST
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