इंदौर। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व इंदौर एक से विधायक कैलाश विजयवर्गीय ने आखिरकार महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया है. दरअसल पार्टी ने उन्हें विधानसभा चुनाव में इंदौर की एक नंबर सीट से उतरने का मौका दिया था. इसके बाद अब वह खुद भी मध्य प्रदेश की राजनीति में ही सक्रिय रहना चाहते हैं. यही वजह है कि उन्होंने पार्टी के केंद्रीय दायित्वों से मुक्त होने के बाद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को आज अपना इस्तीफा सौंप दिया है.
-
आज मैं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा जी से मिला। हमारी पार्टी के सिद्धांत 'एक व्यक्ति एक पद' के अनुसार मैंने महासचिव पद से उन्हें इस्तीफ़ा सौपा।
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) December 28, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
मेरा सौभाग्य रहा कि मैंने 9 वर्ष तक पहले श्री अमित शाह जी फिर श्री जेपी नड्डा जी के मार्गदर्शन में देश के विभिन्न… pic.twitter.com/5RCYUrxDMD
">आज मैं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा जी से मिला। हमारी पार्टी के सिद्धांत 'एक व्यक्ति एक पद' के अनुसार मैंने महासचिव पद से उन्हें इस्तीफ़ा सौपा।
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) December 28, 2023
मेरा सौभाग्य रहा कि मैंने 9 वर्ष तक पहले श्री अमित शाह जी फिर श्री जेपी नड्डा जी के मार्गदर्शन में देश के विभिन्न… pic.twitter.com/5RCYUrxDMDआज मैं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा जी से मिला। हमारी पार्टी के सिद्धांत 'एक व्यक्ति एक पद' के अनुसार मैंने महासचिव पद से उन्हें इस्तीफ़ा सौपा।
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) December 28, 2023
मेरा सौभाग्य रहा कि मैंने 9 वर्ष तक पहले श्री अमित शाह जी फिर श्री जेपी नड्डा जी के मार्गदर्शन में देश के विभिन्न… pic.twitter.com/5RCYUrxDMD
विजयवर्गीय ने सौंपा इस्तीफा: बताया जा रहा है कि कैलाश विजयवर्गीय ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रसाद नड्डा से मिलकर पार्टी के सिद्धांत 'एक व्यक्ति एक पद' के अनुसार महासचिव पद से उन्हें इस्तीफा सौंपा है. गौरतलब है कैलाश विजयवर्गीय लंबे समय तक अमित शाह और जेपी नड्डा के साथ संगठन में कार्य कर चुके हैं. पार्टी में राष्ट्रीय महासचिव रहते हुए उन्होंने पंजाब, पश्चिम बंगाल समेत अन्य दायित्व निभाए थे. हालांकि उन्हें उम्मीद थी की देर सबेर पार्टी उन्हें मध्य प्रदेश बतौर मुख्यमंत्री भेज सकती है, लेकिन विजयवर्गीय इसमें सफल नहीं हो पाए.
हालिया विधानसभा चुनाव में जब विजयवर्गीय को विधानसभा टिकट दिया गया, तो उन्होंने खुद इसकी उम्मीद नहीं की थी. हालांकि उनकी विधानसभा के अलावा उन्हें अन्य सीटों का भी दायित्व दिया गया था. जिसमें वह अधिकांश तौर पर सभी सीट जीतने में सफल रहे.
यहां पढ़ें... |
मिल सकता है बड़ा विभाग: हाल ही में कैलाश विजयवर्गीय ने एक बार फिर मोहन यादव मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली है. माना जा रहा है कि उन्हें मालवा निर्माण में पार्टी के लिए कई सीट जीतने के पारितोषिक के रूप में भारी भरकम विभाग दिया जा सकता है. इसी बीच आज दिल्ली पहुंचे कैलाश विजयवर्गीय ने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से दिल्ली में भेंट की और उन्हें अपना इस्तीफा सौंपा. इस दौरान विजयवर्गीय ने उन्हें मध्य प्रदेश के वर्तमान राजनीतिक घटनाक्रम से अवगत कराया. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को लेकर भविष्य में सक्रिय रहकर प्रदेश को आगे बढ़ने का विश्वास भी दिलाया है.