इंदौर। शहर का पोहा, दो नमकीन और एक पेय पदार्थ को पेटेंट कराने का प्रयास व्यापारियों द्वारा किया जा रहा है. इसे लेकर व्यापारियों द्वारा कवायद शुरू कर दी गई है. चारों पदार्थों की जीआई टैगिंग (जियोग्राफिकल इंडिकेशन) कराने को लेकर भी प्रयास किया जा रहा है. जीआई टैगिंग होने के बाद इनके पेटेंट की राह व्यापारियों के लिए आसान हो जाएगी.
इंदौरी पोहा, लौंग सेव, खट्टा-मीठा नमकीन व शिकंजी के पेटेंट के लिए व्यापारी कलेक्टर से मिले और अपने व्यापार के करीब 60 साल पुराने दस्तावेजों सौंपें. नमकीन मिठाई एसोसिएशन शहर के चर्चित फूड आइटम को पेटेंट कराना चाहती है. इसके लिए उसने कोशिश शुरू कर दी है. इसमें व्यापारी प्रशासन की मदद भी ले रहे हैं.
इसी कड़ी में कलेक्टर लोकेश जाटव ने एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ चर्चा की जिसमें व्यापारी पेटेंट संबंधी दस्तावेज लेकर पहुंचे. व्यापारियों ने पेटेंट के लिए लौंग सेव, खट्टा-मीठा मिक्चर, शिकंजी और दुनिया में प्रसिद्ध इंदौरी पोहा को चुना और जरूरी दस्तावेज में 1949 से लेकर 1960 तक के दस्तावेज सौंपे.
बताया जा रहा है कि यदि व्यापारियों को पेटेंट मिलता है तो किसी अन्य जिले का व्यापारी उनके प्रोडक्ट को अन्य जिले में अपने नाम से नहीं बना पाएगा. वहीं इंदौरी प्रोडक्ट को देशभर में अपनी एक अलग पहचान मिलेगी. इसके साथ ही व्यापारियों को उत्पाद के व्यापार में अच्छा लाभ होगा.