इंदौर। रामनवमी के मौके पर इंदौर के बेलेश्वर महादेव मंदिर में भयानक मंजर देखने मिला. मंदिर के अंदर बावड़ी की छत धंसने से कुएं में 55 से ज्यादा लोग गिर गए. जहां घटना में अभी तक 35 लोगों की मौत की कलेक्टर ने पुष्टि की है. जबकि कई लोग अभी भी लापता है, जिनका रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. कहा जा रहा है कि आर्मी की टुकड़ी आगे के ऑपरेशन को अंजाम देने इंदौर पहुंच सकती है. वहीं इस हादसे पर जहां राष्ट्रपति, पीएम, राहुल गांधी और सीएम से लेकर तमाम नेता दुख जता चुके हैं. वहीं हादसे के बाद से कई बड़े नेता घटनास्थल पर पहुंचकर जानकारी ले रहे हैं. इसी क्रम में गुरुवार शाम को पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर भी मौके पर पहुंची. जिन्हें रहवासियों के गुस्से का सामना करना पड़ा. आक्रोशित रहवासियों ने मंत्री उषा ठाकुर को जमकर हड़काया.
उषा ठाकुर को रहवासियों ने हड़काया: दरअसल, पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर हादसे की जानकारी लेने घटनास्थल पर पहुंची थीं. जहां उन्हें रहवासियों के गुस्से का सामना करना पड़ा. इस दौरान कई रहवासियों ने उन्हें जमकर हड़काया. वहीं मंत्री उषा ठाकुर ने रहवासियों को आश्वासन दिया है कि जो भी घायल और पीड़ित हैं, उन्हें उचित मुआवजा देने के साथ ही उनकी हर संभव मदद की जाएगी. वहीं पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि जब उन्हें सूचना मिली और मौके पर पहुंचे तो देखा कि एक के ऊपर एक कई लोग बावड़ी में गिरे हुए हैं. इसी दौरान एक महिला बावड़ी में ही गिरे कुछ लोगों से मदद मांग रही थी. यदि वह लोग संबंधित महिला की मदद कर देते तो वह बच जाती है. ऐसे कई लोग हैं, जिनके ऊपर एक के बाद एक कई लोग गिरते रहे और यह घटनाक्रम हो गया.
सेना की टुकड़ी रेस्क्यू ऑपरेशन को देगी अंजाम: बता दें बेलेश्वर मंदिर में 35 लोगों की मौत की पुष्टि कलेक्टर ने की है. कई लोग घायल हैं, उन्हें इलाज के लिए निजी हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है. जबकि इस पूरे घटनाक्रम में अभी भी कुछ लोग लापता हैं. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि वे बावड़ी में कीचड़ में ही फंसे हुए हैं. जिसमें दो बच्चियां और एक डेढ़ साल का बच्चा भी फंसा हुआ है. जिसके चलते कलेक्टर ने मिलिट्री को मामले की जानकारी दी है. कहा जा रहा है कि जल्द ही मिलिट्री की 1 टुकड़ी जुनी इंदौर क्षेत्र स्थित बेलेश्वर महादेव मंदिर पहुंचेगी और रेस्क्यू को अंजाम देगी. साथ ही प्राथमिक तौर पर यह बात सामने आ रही है कि इस पूरे घटनाक्रम में पटेल परिवार के आठ व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुए थे, जिनमें से 16 लोगों को इलाज के लिए निजी हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है. अभी भी लापता लोगों को तलाशने का रेस्क्यू किया जा रहा है. इस तरह से अन्य लापता लोगों को निकालने हैं के प्रयास युद्ध स्तर पर किए जा रहे हैं. प्रशासन द्वारा फंसे हुए लोगों को जल्द निकालने की बात कही जा रही है.