इंदौर। पाकिस्तान से लौटकर भारत आई गीता साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट ज्ञानेंद्र पुरोहित के आनंद मूक बधिर संस्थान में रह रही हैं. गीता ने ज्ञानेंद्र पुरोहित के साथ इंदौर डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्रा से मुलाकात की. भारत लाए जाने के बाद से गीता के परिवार को ढूंढने के प्रयास जारी हैं, अभी तक गीता मोनिका पंजाबी के साथ उनके हॉस्टल में रह रही थीं, लेकिन कुछ दिनों पहले ही गीता को साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट पुरोहित दंपत्ति के पास रहने के लिए भेजा गया है.
पुरोहित दंपत्ति के साथ गीता ने डीआईजी से मुलाकात की, अब तक जो संभावनाएं व्यक्त की जा रही हैं, उन राज्यों को लेकर भी डीआईजी से चर्चा की गई. तकरीबन 1 घंटे चली चर्चा में डीआईजी और साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट ने यह अनुमान लगाया है कि, गीता का घर छत्तीसगढ़ के सीमा क्षेत्र में हो सकता है, इसके अलावा दक्षिणी झारखंड या आंध्रप्रदेश के सीमावर्ती इलाकों में भी गीता के माता-पिता मिल सकते हैं
साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट से बातचीत में जिस तरीके से अब तक गीता ने अपने घर के आस-पास के कुछ लोकेशन के बारे में, मंदिर के बारे में, रहन-सहन और खान-पान के बारे में बात की है, उससे इन तीनों इलाकों से कुछ ना कुछ लिंक जरूर निकल रहे हैं. डीआईजी ने भी गीता से 1 घंटे की मुलाकात के दौरान चर्चा की है, जिसमें उन्होंने अंदेशा जताया है कि, गीता संभवतः छत्तीसगढ़ की हो सकती हैं, क्योंकि जिस तरीके की बातें और बता रही है, उससे वहां के खानपान और रहन-सहन से कुछ बातें मिल रही हैं. जो चीजें उसने बताई हैं उससे झारखंड और आंध्रप्रदेश की भी बातें मेलजोल खाती हैं, इसलिए पुलिस अब संबंधित राज्यों की पुलिस से चर्चा करेगी और जल्द ही इंदौर से टीमें बनाकर इन राज्यों में गीता के माता-पिता की तलाश में भेजी जाएगी. अब तक बड़ी-बड़ी एजेंसियां गीता के माता-पिता को ढूंढने में असफल रही हैं, ऐसे में इंदौर पुलिस भी अब अपनी ओर से एक सकारात्मक प्रयास कर रही है.