इंदौर। पाकिस्तान से आई गीता को उसके घर पहुंचाने के लिए इंदौर पुलिस कई तरह के जतन कर रही है. इसी कड़ी में उसे एक बार फिर तेलंगाना व महाराष्ट्र के कई गांव में लेकर इंदौर की जीआरपी पुलिस निकली है. जिन जगहों का जिक्र गीता ने इंदौर पुलिस को किया है, उन जगहों पर जीआरपी पुलिस के साथ लेकर पहुंचेगी. वहां पर कई तरह की तफ्तीश करने के बाद उसके माता-पिता को ढूंढने का प्रयास किया जाएगा.
बता दें 2015 में पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज गीता को पाकिस्तान से लेकर इंडिया आईं थीं. जहां उसे इंदौर में एक संस्था के पास रख दिया था. वहीं पिछले दिनों उसकी कस्टडी इंदौर के ही एक अलग संस्था को दे दी गई. वहीं यह संस्था गीता को उसके माता-पिता से मिलाने के लिए कई तरह के जतन कर रही है. इंदौर पुलिस भी गीता को उसके माता-पिता तक पहुंचाने के लिए इस मुहिम में शामिल हो गई है. जहां पहले गीता को महाराष्ट्र अन्य जगहों पर ले जाया गया था. इसी कड़ी में एक बार फिर गीता को संस्था से जुड़े पदाधिकारी तेलंगाना व महाराष्ट्र से जुड़े हुए कई गांव और शहरों में ले जा रहे हैं. इसके लिए बकायदा जीआरपी पुलिस संस्था की मदद भी कर रही है.
तेलंगाना और महाराष्ट्र के कुछ गांव में ले जाया जाएगा गीता को
बता दें दूसरी मुहिम में गीता को उसके परिजनों से मिलाने के लिए इंदौर पुलिस ने अलग तरह की योजना की शुरुआत की है. इस योजना के तहत गीता को जीआरपी पुलिस के सहयोग से ट्रेन के माध्यम से तेलंगाना व महाराष्ट्र के कुछ गांव में ले जाया जाएगा. वहां पर उसके द्वारा जो जानकारी दी गई है. उसकी पड़ताल की जाएगी. गीता ने पिछले दिनों तेलंगाना और महाराष्ट्र के कुछ गांवों का जिक्र गूगल मैप के माध्यम से किया था. साथ ही उसने बताया था कि उसके गांव में चावल की खेती होती है. वहीं इसी जानकारी के आधार पर गीता को उसके घर पहुंचाने के लिए पुलिस प्रयास कर रही है. गीता को जिस ट्रेन के जरिए ले जाया जा रहा है, उस दौरान गीता को विभिन्न जगह के लोगों से भी मुलाकात करवाई जा रही है.