इंदौर (Agency-PTI). बाल कल्याण समिति यानी CWC ने शुक्रवार को कथित रूप से मानसिक बीमार एक मां से दो साल के बच्चे को रेस्क्यू किया और बच्चे को उचित देखभाल के लिए उसे उसके पिता को सौंप दिया. इस मामले को लेकर सीडब्ल्यूसी की अध्यक्ष पल्लवी पोरवाल ने कहा कि बच्चे के पिता ने शिकायत का लेटर लिखा और उसी के साथ समिति से संपर्क किया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उसकी 31 वर्षीय पत्नी मानसिक रूप से बीमार है. अगर उसका बच्चा अपनी बीमार मां के साथ रहता है तो उसके बच्चे की जान को खतरा होगा. शिकायत की विस्तृत जांच के बाद सीडब्ल्यूसी ने बच्चे को किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम के प्रावधानों के तहत बचाया, साथ ही उचित सुरक्षा और देखभाल के लिए अस्थायी रूप से उसके पिता को सौंप दिया.
इस अभियान में पुलिस और चाइल्डलाइन शामिलः पोरवाल ने बताया कि बच्ची को बचाने के अभियान में पुलिस और एनजीओ चाइल्डलाइन भी शामिल थी. अधिकारी ने कहा कि जब हमने बच्चे को बचाया, तो उसके एक हाथ में प्लास्टर लगा हुआ था. इस बारे में पूछे जाने पर महिला ने बताया कि उसे रसोई के प्लेटफॉर्म से गिरने के बाद चोट लगी है. उन्होंने आगे कहा कि महिला ने सीडब्ल्यूसी टीम की साथ दुर्व्यवहार भी किया, जो शिकायत की जांच के तहत 1 मई को उसके घर आई थी. इसके बाद मामले में उच्च अधिकारियों को समुचित जानकारी दी गई. साथ ही सभी पक्षों से विचार विमर्श करने के बाद आज यह कार्रवाई की गई है.
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बच्चे की देखभाल के लिए मां को बुलायाः पोरवाल ने कहा कि सीडब्ल्यूसी ने 6 महीने पहले बच्चे की मां को बुलाया था ताकि वह अपने बच्चे की उचित देखभाल कर सके और साथ ही उचित परवरिश सुनिश्चित करने के लिए अकेले रहने के बजाय अपने माता-पिता के साथ रहे. मगर महिला ने इसे भी नजरअंदाज कर दिया. ऐसे में बच्चे की जान को खतरे में देखते हुए CWC ने यह कार्रवाई की है. उसकी कोशिश है कि बच्चे को किसी भी किस्म का नुकसान ना पहुंचे. बच्चे को उसके पिता को सौंपते हुए बाल कल्याण समिति ने खास दिशा निर्देश भी दिए हैं, मसलन कैसे बच्चे के लालन-पालन कैसे करना है साथ ही सुरक्षा से जुड़े सभी जरुरी कानूनों का कैसे पालन करना है. समिति रुटीन तौर पर बच्चे की परवरिश से जुड़ी गतिविधियों पर निगाह रखेगी.