इंदौर। फर्जीवाड़े में फंसे आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा इंदौर की जिला जेल में बंद है. इस दौरान IAS अधिकारी को झाड़ू लगाते देखा गया. संतोष वर्मा बाकी कैदियों की तरह ही जेल में रह रहा है. बताया जा रहा है कि कोई भी तकलीफ होने पर वह सीधे जेल प्रबंधक को सूचना देता है.
आरोपी आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा जेल में बंद रहते हुए अपने बैरक की सफाई समेत अन्य काम खुद करता है. वहीं जब जेलकर्मियों ने उसे झाड़ू लगाने से रोका, तो उसका कहना था कि वह घर में भी झाड़ू खुद ही लगाता था, इसलिए बैरक में सफाई करने में उसे कोई परेशानी नहीं है. बता दें, जेल में आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा को अन्य कैदियों से दूर रखा गया है. कोरोना वायरस के कारण जेल में नए कैदी को पहले क्वारंटाइन सेंटर में रखा जाता है.
जिस क्वारंटाइन सेंटर में आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा को रखा गया है, उसमें 18 अन्य कैदी भी शामिल हैं. इसी बैरक में उनके साथ निलंबित आबकारी अधिकारी पराक्रम सिंह चंद्रावत भी बंद है. बताया जा रहा है कि संतोष वर्मा बैरक के ही कुछ लोगों से समय-समय पर बात कर लेता है.
जेल देखते ही IAS संतोष वर्मा ने पीया पानी, 30 जुलाई तक ज्यूडिशियल रिमांड पर भेजा
आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा को फर्जी दस्तावेजों के मामले में इंदौर जिला जेल में बंद किया गया है. शनिवार शाम को इंदौर की एमजी रोड पुलिस ने आईएएस अधिकारी को जेल में बंद किया था. आरोपी अधिकारी फिलहाल 30 जुलाई तक जेल में बंद है. वहीं फर्जी दस्तावेज के मामले में इंदौर पुलिस जांच-पड़ताल में जुटी हुई है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पूछताछ में अब तक जो भी खुलासे हुए हैं उसके आधार पर जल्द ही अन्य आरोपियों की भी गिरफ्तारी हो सकती है.