इंदौर। पंकज संघवी ने कूट रचित दस्तावेजों के आधार पर एक संस्था से धोखाधड़ी की थी. उसी पूरे मामले में पुलिस ने जांच के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के खिलाफ केस दर्ज कर पूरे मामले में उनकी तलाश शुरू कर दी है. पुलिस को पिछले दिनों एक शिकायत मिली थी, उसी के बाद पुलिस ने कांग्रेस नेता पर केस दर्ज किया है.
पंकज संघवी ने संस्था से की थी धोखाधड़ी: पुलिस के मुताबिक, पंकज संघवी पर आरोप लगाया था कि रजिस्ट्रार कार्यालय में फर्जी एवं कूटरचित दस्तावेज पेश किए थे. इन दस्तावेजों में समिति के दो सदस्यों बलवीर सिंह माखिजा एवं जसबीर सिंह छाबड़ा के हस्ताक्षर किए गए थे, जबकि दोनों ही सदस्यों की मौत हो चुकी थी. कूटरचना से पंकज संघवी ने प्लाट का सौदा करना दर्शाया है. पुलिस के मुताबिक संस्था का एबी रोड स्थित भोलाराम उस्ताद मार्ग पर 24,415 वर्गफीट का प्लाट है. समिति शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करती है और प्लाट भी स्कूल बनाने के लिए रखा गया था. इसके बाद पंकज संघवी ने संस्था पर ही कब्जा कर लिया और मृत व्यक्तियों के फर्जी हस्ताक्षर कर प्लाट पर कब्जा कर लिया.
MP की राजनीति से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें |
कांग्रेस नेता पंकज संघवी के खिलाफ केस दर्ज: फिलहाल मामले की जांच नवागत पुलिस आयुक्त मकरंद देवस्कर ने करवाई. उसके बाद डीसीपी द्वारा रिपोर्ट बनाने पर जोन-4 के डीसीपी राजेशसिंह व एडिशनल डीसीपी अभिनय विश्वकर्मा ने दस्तावेज पूर्ण किए. इसके बाद एडिशनल डीसीपी अभिनय विश्वकर्मा ने पंकज संघवी से भी उनका पक्ष जाना, लेकिन वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए. उसके बाद पंकज संघवी के विरुद्ध पुलिस ने धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है और जल्द ही आरोपी को गिफ्तार करने की बात पुलिस के द्वारा कही जा रही है.