इंदौर। कोरोना वायरस के बाद किए गए लॉक डाउन के कारण इंदौर का नगर निगम विभाग पिछले दो महीनों से अपने मूल कामों पर ध्यान नहीं दे पाया है, जिसके कारण शहर के नगर निगम द्वारा संचालित किए जा रहे कामों पर प्रभाव पड़ा है. कोरोना संक्रमण का असर कम होने के बाद नगर निगम धीरे-धीरे इन व्यवस्थाओं पर भी अपना ध्यान देना शुरू कर रहा है.
इंदौर में हर साल नगर निगम बारिश के पहले बड़ी संख्या में पेड़ों की कटाई, ड्रेनेज की सफाई, नदी-नालों से गाद निकालने जैसे काम करता है, लेकिन इस बार यह काम कोरोनावायरस के कारण पूरे नहीं हो पाए हैं. जिससे शहर के हालात बेहतर होने के साथ ही नगर निगम को दोबारा अपने मूल कामों को पटरी पर लाने के लिए कड़ी मशक्कत करना पड़ रही है.
कोरोना वायरस के बीच स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के द्वारा शहर के 79 वार्डों के कई हिस्सों को संक्रमित होने के कारण कंटेनमेंट घोषित कर दिया गया था. ऐसे में क्षेत्र में किसी का आना और वहां से जाना पूरी तरीके से प्रतिबंधित था, जिसके कारण नगर निगम के कर्मचारी भी अपने काम पर नहीं आ पा रहे थे.
अब लगातार सुधर रहे शहर के हालातों के बीच कई क्षेत्रों को प्रशासन के द्वारा खोला जा रहा है, जिससे कि नगर निगम के कर्मचारी भी अपने कामों पर लौटने लगे हैं. इंदौर के निगम अधिकारियों के मुताबिक लॉक डाउन के दौरान राशन वितरण, फल सब्जी वितरण के जो काम नगर निगम ने अपने हाथों में लिए थे, वह भी काफी महत्वपूर्ण थे जिसे अन्य कोई शायद करने में सक्षम भी नहीं था जिस कारण से नगर निगम अपने मूल कामों में पिछड़ गया था.