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शहर के सबसे बड़े गार्डन के मेंटेनेंस में नगर निगम फेल!, निजी हाथों में दिया जाएगा ठेका - indore municipal- corporation

इंदौर के रीजनल पार्क का मेंटेनेंस करने में नगर निगम नाकाम साबित हुआ. जिसके बाद अब पार्क को ठेके पर देने की तैयारी हो रही है. पढ़िए पूरी खबर..

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Published : Sep 8, 2020, 3:45 AM IST

इंदौर। नगर निगम ने पीपल्यापाला स्थित रीजनल पार्क को ठेके पर देने की तैयारी शुरू कर दी है. जिसके लिए कंपनियों से प्रस्ताव मांगे गए हैं. नगर निगम रीजनल पार्क में पूरे बगीचे का नवीनीकरण कराएगा. साथ ही खाली पड़ी जमीन पर एम्यूजमेंट पार्क और बंद पड़ा फूड जोन भी शुरू कराएगा.

नगर निगम ने रीजनल पार्क बगीचे के नवीनीकरण समेत नई सुविधाओं संबंधी कार्यों के लिए निजी-जनभागीदारी आधार पर कंपनियों से प्रस्ताव मांगे हैं. जिसमें आइडीए द्वारा रिक्त छोड़ी गयी सात एकड़ जमीन, एम्यूजमेंट पार्क और आधुनिक झूले लगाने की योजना है.

इसके अलावा पार्क की सभी पुरानी सुविधाओं, आकर्षणों का अपग्रेडेशन ठेकेदार कंपनी को करना होगा. सारे काम उसे सालभर के भीतर पूरे करने होंगे, जिसके बाद 15 साल तक कंपनी पार्क की साज-संभाल सकेगी.

वर्तमान में पार्क में प्रवेश के लिए 10 साल तक के बच्चों के लिए 10 रुपये और बड़ों के लिए 25 रुपये वसूले जाते हैं, वहीं आगे भी बगीचे का प्रवेश शुल्क निगम द्वारा ही तय किया जायेगा. इसके साथ ही मौजूदा म्यूजिकल फाउंटेन को लेजर शो में बदला जाएगा और ये सभी काम ठेका लेने वाली कंपनी को करने होंगे.

इंदौर के रीजनल पार्क के मेंटेनेंस के लिए नगर निगम को आर्थिक रूप से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है इसलिए अब नगर निगम इस पार्क को निजी हाथों में देने की तैयारी कर रहा है.

इंदौर। नगर निगम ने पीपल्यापाला स्थित रीजनल पार्क को ठेके पर देने की तैयारी शुरू कर दी है. जिसके लिए कंपनियों से प्रस्ताव मांगे गए हैं. नगर निगम रीजनल पार्क में पूरे बगीचे का नवीनीकरण कराएगा. साथ ही खाली पड़ी जमीन पर एम्यूजमेंट पार्क और बंद पड़ा फूड जोन भी शुरू कराएगा.

नगर निगम ने रीजनल पार्क बगीचे के नवीनीकरण समेत नई सुविधाओं संबंधी कार्यों के लिए निजी-जनभागीदारी आधार पर कंपनियों से प्रस्ताव मांगे हैं. जिसमें आइडीए द्वारा रिक्त छोड़ी गयी सात एकड़ जमीन, एम्यूजमेंट पार्क और आधुनिक झूले लगाने की योजना है.

इसके अलावा पार्क की सभी पुरानी सुविधाओं, आकर्षणों का अपग्रेडेशन ठेकेदार कंपनी को करना होगा. सारे काम उसे सालभर के भीतर पूरे करने होंगे, जिसके बाद 15 साल तक कंपनी पार्क की साज-संभाल सकेगी.

वर्तमान में पार्क में प्रवेश के लिए 10 साल तक के बच्चों के लिए 10 रुपये और बड़ों के लिए 25 रुपये वसूले जाते हैं, वहीं आगे भी बगीचे का प्रवेश शुल्क निगम द्वारा ही तय किया जायेगा. इसके साथ ही मौजूदा म्यूजिकल फाउंटेन को लेजर शो में बदला जाएगा और ये सभी काम ठेका लेने वाली कंपनी को करने होंगे.

इंदौर के रीजनल पार्क के मेंटेनेंस के लिए नगर निगम को आर्थिक रूप से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है इसलिए अब नगर निगम इस पार्क को निजी हाथों में देने की तैयारी कर रहा है.

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