इंदौर। महू में पुलिस की गोलीबारी में मारे गए आदिवासी युवक भेरूलाल और मृतक आदिवासी युवती के परिजनों पर ही इंदौर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. पुलिस ने पीड़ित परिवारों के 13 अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया है. पुलिस की पूरी कार्रवाई पर कांग्रेस ने विरोध जताया है. शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी पीड़ित परिजनों से मुलाकात की. महू के डोंगरगांव पुलिस चौकी पर हुए पथराव के मामले में पुलिस ने 13 नामजद और 90 अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 307 यानी जान से मारने की कोशिश करने का मामला दर्ज किया है. इन आरोपियों में भेरूलाल नामक मृतक भी है जिसकी मौत पुलिस की गोलीबारी से हुई थी.
मृतक भेरूलाल पर भी मामला दर्ज: मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए थे. आदेश के बाद मुख्यमंत्री राहत कोष से मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपए की सहायता और 20 हजार अंतिम संस्कार की राशि परिजनों को दी थी. इसके बावजूद पुलिस ने मृतक भेरूलाल पर ही मामला दर्ज कर लिया है. मृतक के अलावा पुलिस ने वीडियो फुटेज के आधार पर उसके परिजनों को ही हत्या के प्रयास का आरोपी बनाया है. परिजनों के मुताबित घटना में पुलिस गोलीबारी का शिकार हुआ भेरूलाल प्लंबर का काम करता था जो डोंगरगांव में हुए विवाद को देखने के लिए मौके पर खड़ा था. जिसके बाद गोली में उसकी मौत हो गई. गोली लगने के बाद पुलिस ने मृतक का पोस्टमार्टम कराकर बॉडी परिजनों के हवाले कर दिया था.
मृतक युवती के पिता पर भी FIR: महू के डोंगरगांव में हुए पूरे घटनाकम में पुलिस ने वीडियो फुटेज के आधार पर मृतक युवती के पिता पर भी पुलिस ने धारा 307 के तहत एफआईआर दर्ज की है. पुलिस का मानना है इस पूरे घटनाक्रम में मृतक युवती के पिता के साथ बड़ी संख्या में डोंगर गांव के लोग चौकी पर पहुंचे थे इसलिए युवती के पिता पर भी मामला दर्ज किया गया है. एफआईआर दर्ज करने के बाद और भी वीडियो फुटेज खंगाल कर पुलिस आरोपियों की संख्या बढ़ा सकती है. इस मामले में ग्रामीण एसपी भगवत सिंह बिरदे ने बताया कि 13 नामजद और 90 अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस ने 307 का मामला दर्ज किया है फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रही है.
कमलनाथ ने किया 5 लाख देने का ऐलान: शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ महू के ग्राम माधवपुरा के बाद महेश्वर के ग्राम वासली कुंडिया पहुंचे जहां उन्होंने गोलीबारी में मृतक युवक भेरूलाल के परिजनों और मृतक युवती के परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी. इस दौरान कमलनाथ ने दोनों परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन देते हुए कहा कि उनकी हर लड़ाई में कांग्रेस उनके साथ खड़ी रहेगी. कमलनाथ ने दोनों परिवारों को 5-5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा महू के प्रकरण को कमजोर करने के लिए भाजपा नेताओं के दबाव में मृतका आदिवासी बालिका का नाम प्रशासन ने बदलकर पाटीदार उपनाम के साथ लिखा है यह अपने आप में बहुत शर्मनाक है. इस मौके पर बाला बच्चन, विजयलक्ष्मी साधो, विशाल पटेल, शोभा ओझा, अंतरसिंह दरबार, मृणाल पन्त, रामेश्वर पटेल, आदिवासी नेता रुक्मणि निनामा, महेश निनामा, मेवालाल, आदी मौजूद थे.