इंदौर। शासकीय नवीन विधि महाविद्यालय में लव जिहाद और अन्य मामलों को लेकर हंगामे के बाद लगातार नई बातें सामने आ रही हैं. FIR के बाद प्रिंसिपल इनामुर रहमान का एक पत्र सामने आया है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि दबाव बनाकर उनसे इस्तीफा लिया गया है. बता दें कि गुरुवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने महाविद्यालय के प्राध्यापकों द्वारा छात्राओं से लव जिहाद करने व कक्षा में सांप्रदायिक सामग्री पढ़ाने के संबंध में हंगामा किया था और प्राचार्य से शिकायत कर तत्काल कार्रवाई की मांग की थी.
दबाव बना कर लिया इस्तीफा: शासकीय नवीन विधि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर इनामुर रहमान के इस्तीफे और उनके विरुद्ध FIR के बाद एक पत्र और सामने आया है. जो इनामुर रहमान ने भंवरकुआं थाना प्रभारी के नाम भेजा है. प्राचार्य इनामुर रहमान का कहना है कि 'उनके द्वारा सांप्रदायिक सामग्री ना ही क्रय की गई ना ही उनके समय में यह दी गई है. वहीं उनका इस्तीफा भी उनकी इच्छा के विरुद्ध दबाव देकर लिया गया है'. पत्र भंवर कुआ थाने के साथ-साथ मुख्यमंत्री, मानव अधिकार आयोग, उच्च शिक्षा मंत्री सहित अन्य अधिकारियों को भेजा गया है.
ABVP का आरोप, कॉलेज में वर्ग विशेष के टीचर: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने आरोप लगाए थे कि यहां वर्ग विशेष के प्राध्यापक रखे जा रहे हैं, प्राचार्य भी वर्ग विशेष से हैं. ABVP के छात्र नेताओं ने आरोप लगाया था कि महाविद्यालय के प्राध्यापक छात्राओं को रेस्टोरेंट, पब और कैफे लेकर जाते हैं, जिसके बाद प्राचार्य ने कॉलेज के 6 प्राध्यापकों को 5 दिनों के लिए सस्पेंड किया था, वहीं आज प्राचार्य का इस्तीफा भी सामने आ गया है.
प्राचार्य इनामुल रहमान को नहीं है कोई जानकारीः प्राचार्य इनामुल रहमान का कहना है कि पुस्तक में क्या आपत्तिजनक लिखा है. इसकी कोई जानकारी हमें नहीं है. वह पुस्तक देखकर ही कुछ कह पाएंगे. इधर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का आरोप है कि फरहत खान द्वारा लिखी गई पुस्तक के जरिए लॉ के छात्रों में भी हिंदू विरोधी मानसिकता फैलाई जा रही है. इसके अलावा उनका ब्रेनवाश किया जा रहा है. संघ और हिंदू निशाने पर हैं. डॉक्टर फरहत खान द्वारा लिखित इस पुस्तक के पेज क्रमांक 246- 247 में उल्लेख किया गया है कि आज देश में आंतरिक फूट की प्रवृत्ति पनप रही है. राष्ट्रीय अखंडता का संकट है. हिंदू संप्रदायवाद विध्वंसकारी विचारधारा के रूप में उभर रहा है. विश्व हिंदू परिषद जैसा संगठन हिंदू बहुमत का राज स्थापित करना चाहता है. दूसरे समुदायों को शक्तिहीन बनाकर गुलाम बनाना चाहता है. वह किसी भी बर्बरता के साथ हिंदू राज्य की स्थापना को उचित ठहरा रहा है. (controversial book indore in law college library)