इंदौर। पलासिया थाना क्षेत्र में बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने नशे और बजरंग दल कार्यकर्ताओं पर जिस तरह से पुलिस के द्वारा फर्जी प्रकरण दर्ज किए गए, इन तमाम तरह के मामलों को लेकर घेराव कर चक्का जाम किया था. अतः पुलिस ने बजरंग दल कार्यकर्ताओं को समझाइश दी और उसके बाद उन पर लाठीचार्ज कर दिया था. घटना की गंभीरता को देखते हुए गृहमंत्री ने थाना प्रभारी को तत्काल प्रभाव से लाइन अटैच करने के निर्देश दिए. तो वहीं, राज्य सरकार ने डीसीपी धर्मेंद्र भदोरिया को भी अपने पद से हटाते हुए उन्हें दूसरी जगह पदस्थ कर दिया.
4 और पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने की चेतावनी: इस पूरे मामले की एडीजी विपिन माहेश्वरी के द्वारा जांच पड़ताल भी की जा रही है. आने वाले दिनों में कुछ और पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने की बात भी कही जा रही है. इधर सोशल मीडिया के माध्यम से बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार को 48 घंटों में 4 से अधिक और पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने की चेतावनी दी है. यदि 48 घंटे के अंदर थाना प्रभारी और पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है तो पूरे प्रदेश में बजरंग दल उग्र प्रदर्शन करने की बात कर रहा है.
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बजरंग दल कार्यकर्ताओं पर केस: सोशल मीडिया के माध्यम से बजरंग दल कार्यकर्ता लगातार प्रशासन को चेतावनी दे रहे हैं. बता दें कि पिछले दिनों जिस तरह से बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने पलासिया थाना क्षेत्र में चक्काजाम कर उग्र प्रदर्शन किया, इस पूरे मामले में पुलिस ने बजरंग दल के तकरीबन ढाई सौ से 3 सौ से अधिक अज्ञात कार्यकर्ताओं के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है.
पुलिस की गलती से हुआ घटनाक्रम: आने वाले दिनों में पुलिस किस तरह से कार्रवाई करती है यह देखने लायक रहेगा. बता दें कि पुलिस-प्रशासन द्वारा एक के बाद एक लाठीचार्ज करने वाले पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की जा रही है. वहीं, जांच में प्रारंभिक तौर पर यह बात भी सामने आ रही है कि पुलिसकर्मियों की गलती के कारण ही यह पूरा घटनाक्रम घटित हुआ है.
प्रांत मंत्री की तबीयत हुई खराब: पुलिस की लाठीचार्ज के बजरंग दल के प्रांत मंत्री राजेश बिजवे भी शिकार हुए थे. राजेश बिजवे को पुलिसकर्मियों ने जमकर डंडे मारे थे. जिसके चलते उनकी तबीयत बिगड़ गई, उन्हें गंभीर अवस्था में इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है.