इंदौर। कोरोना वायरस के संक्रमण की आशंका के चलते मालवा निमाड़ के विभिन्न जिलों के साथ अब प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर को भी 25 मार्च तक के लिए लॉकडाउन कर दिया गया है. इंदौर के लॉकडाउन होने के साथ ही अब पश्चिमी मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों से अन्य राज्यों को जोड़ने वाली सीमाएं भी सील कर दी गई हैं, इन हालातों में अन्य राज्यों से इंदौर की तरफ आने वाले वाहनों और यहां से बाहर की ओर जाने वाले वाहनों को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दिया गया है.
लॉकडाउन के दौरान 16 आवश्यक वस्तुओं की सेवाओं को छोड़कर शहर के बाजार तमाम व्यापारिक संगठन और शासकीय कार्यालय भी बंद रहेंगे. इनमें शराब की दुकानें, निजी संस्थान, फैक्ट्री आदि बंद रहेंगे. धारा 144 के तहत जारी उक्त आदेश का उल्लंघन करने पर जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा धारा- 188 के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
इंदौर के बाजार 25 तक रहेंगे बंद
इंदौर के सभी व्यापारिक संगठनों ने अपने बाजार बुधवार तक बंद करने का फैसला किया है, यदि कोरोना को लेकर स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो बंद की अवधि बढ़ाकर 31 मार्च तक बढ़ा दी जाएगी. शहर के बाजारों के अलावा रेस्टोरेंट एसोसिएशन ने भी रेस्टोरेंट, बार, पब बंद करने का फैसला किया है. इसके अलावा एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्री मध्यप्रदेश ने सभी उद्योगों को बंद रखने का फैसला किया है. बंद के दौरान किराना, दवाई, सब्जी, फल, दूध की दुकानें खुली रहेंगी, ताकि लोगों को जरूरी सामन मिल सके.
महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान की सीमाएं सील
मध्य प्रदेश के पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मरीज मिलने के कारण अब इन तीनों राज्यों से मध्य प्रदेश को जोड़ने वाली सीमाएं सील कर दी गई हैं. इसके अलावा अब किसी के भी आने-जाने पर रोक लगा दी गई है. ट्रेन और अंतर प्रांतीय बसे हालांकि पहले से ही बंद हैं. निजी कंपनियों और सरकारी दफ्तरों में भी घर से ही काम करने के आदेश दिए गए हैं. लिहाजा लोग सिर्फ जरूरी कामकाज के लिए ही घर से बाहर निकल रहे हैं.
3 महीने के लिए डॉक्टरों की अस्थाई भर्ती होगी
राज्य शासन ने कोरोना वायरस के संक्रमण की आपदा को देखते हुए डॉक्टर, एएनएम और नर्सों की 3 महीने की अस्थाई नियुक्ति के आदेश जारी किए हैं. यह नियुक्तियां जून माह तक प्रभावी रहेगी.