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इंदौर: पांचवें लॉकडाउन में जिला प्रशासन ने दी कई ढील, पुलिस की बढ़ी जिम्मेदारी

मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में जिला प्रशासन ने पांचवें लॉकडाउन में कई रियायतें दी हैं, जिसके बाद पुलिस की जिम्मेदारियां और बढ़ गई हैं. हालांकि इंदौर में अभी भी कोरोना संक्रमण के मामलों में ज्यादा कमी नहीं आई है.

Policemen on duty
ड्यटी पर तैनात पुलिसकर्मी
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Published : Jun 1, 2020, 1:17 PM IST

इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में जिला प्रशासन ने पांचवें लॉकडाउन में कई रियायतें दी हैं, जिसके बाद पुलिस की जिम्मेदारियां और बढ़ गई हैं. हालांकि इंदौर में अभी भी कोरोना संक्रमण के मामलों में ज्यादा कमी नहीं आई है.

पांचवे लॉकडाउन में पुलिस की बढ़ी जिम्मेदारी

जिला प्रशासन ने रहवासियों को कई तरह की राहत दी है. एक ओर पुलिस को शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक कर्फ्यू का सख्ती से पालन करवाना है, तो वहीं कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने की जवाबदारी भी इंदौर पुलिस को ही निभानी है. पांचवें लॉकडाउन में इंदौर कलेक्टर ने जिले को तीन जोन में बांटा है. हर जोन के लिए अलग- अलग व्यवस्था तय की गई है. इंदौर कलेक्टर ने 29 गांवों को पूरी तरह से खोलने की अनुमति प्रदान की है.

वहीं एसपी ने कहा कि, जिस तरह से इंदौर को राहत मिली है, उससे निश्चित तौर पर पुलिस की जिम्मेदारी में बढ़ोतरी हुई है. अब पुलिस के सामने जहां अपराध के ग्राफ को कम करने की चुनौती है, तो वहीं कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने की भी जवाबदारी है. अतः पुलिस आने वाले समय में दोहरी भूमिका में नजर आएगी. वहीं एक हजार से अधिक का बल भी इंदौर पुलिस को मिला मिला है, जिनको विभिन्न जगहों पर तैनात किया जाएगा और जो राहत इंदौर को मिली है, उसका सख्ती से पालन भी करवाया जाएगा, जिससे कोरोना की चेन को ब्रेक किया जा सके.

इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में जिला प्रशासन ने पांचवें लॉकडाउन में कई रियायतें दी हैं, जिसके बाद पुलिस की जिम्मेदारियां और बढ़ गई हैं. हालांकि इंदौर में अभी भी कोरोना संक्रमण के मामलों में ज्यादा कमी नहीं आई है.

पांचवे लॉकडाउन में पुलिस की बढ़ी जिम्मेदारी

जिला प्रशासन ने रहवासियों को कई तरह की राहत दी है. एक ओर पुलिस को शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक कर्फ्यू का सख्ती से पालन करवाना है, तो वहीं कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने की जवाबदारी भी इंदौर पुलिस को ही निभानी है. पांचवें लॉकडाउन में इंदौर कलेक्टर ने जिले को तीन जोन में बांटा है. हर जोन के लिए अलग- अलग व्यवस्था तय की गई है. इंदौर कलेक्टर ने 29 गांवों को पूरी तरह से खोलने की अनुमति प्रदान की है.

वहीं एसपी ने कहा कि, जिस तरह से इंदौर को राहत मिली है, उससे निश्चित तौर पर पुलिस की जिम्मेदारी में बढ़ोतरी हुई है. अब पुलिस के सामने जहां अपराध के ग्राफ को कम करने की चुनौती है, तो वहीं कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने की भी जवाबदारी है. अतः पुलिस आने वाले समय में दोहरी भूमिका में नजर आएगी. वहीं एक हजार से अधिक का बल भी इंदौर पुलिस को मिला मिला है, जिनको विभिन्न जगहों पर तैनात किया जाएगा और जो राहत इंदौर को मिली है, उसका सख्ती से पालन भी करवाया जाएगा, जिससे कोरोना की चेन को ब्रेक किया जा सके.

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