इंदौर। धार से कांग्रेस के पूर्व विधायक रहे बालमुकुंद गौतम को करीबन 3 महीने बाद जबलपुर हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है. बता दें पिछले दिनों बालमुकुंद गौतम को 307 मामले में विशेष कोर्ट ने 7 साल की सजा सुनाई थी. सजा सुनने के बाद कोर्ट ने उन्हें जेल भेज दिया था और तकरीबन 3 महीने बाद जबलपुर हाईकोर्ट में उन्होंने जमानत के लिए आवेदन पेश किया. इस पर जबलपुर हाईकोर्ट ने सुनवाई कर आरोपी रहे पूर्व विधायक बालमुकुंद गौतम को जेल से रिहा करने के आदेश दिए. तकरीबन 3 महीने जेल में रहने के बाद बालमुकुंद गौतम सहित अन्य लोग जेल से रिहा हुए.
गौतम बोले- कांग्रेस के लिए हमेशा खड़े हैंः जेल से रिहा होने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे बालमुकुंद गौतम ने कहा कि, ''वह कांग्रेस के लिए हमेशा खड़े हैं और यदि पार्टी उन्हें चुनाव लड़ने के आदेश देगी तो वह जरूर लड़ेंगे और वह धार के प्रत्येक कांग्रेस कार्यकर्ता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हुए हैं.'' वहीं जिस तरह से जेल गए उसको लेकर उनका कहना था कि, ''धार के पॉलिटिक्स के कुछ लोगों ने इस पूरे घटनाक्रम को अंजाम दिया है, लेकिन हमें हाई कोर्ट पर विश्वास था और हाईकोर्ट से हमें राहत मिली है उसके लिए धन्यवाद.''
भीम आर्मी ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर खड़े किए सवालः मध्यप्रदेश में आने वाले दिनों में विधानसभा चुनाव होना है उसके चलते अलग-अलग पार्टियां अलग-अलग तरह से विरोध प्रदर्शन करने में जुटी हुई है. इसी कड़ी में भीम आर्मी से जुड़े हुए कार्यकर्ताओं ने पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए सोमवार को पुलिस अधिकारियों को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी सौंपा. इसी दौरान एक कार्यकर्ता ने मुंडन करवा कर अपना विरोध दर्ज करया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.
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अत्याचारों को बर्दाश्त नहीं करेगी भीम आर्मीः भीम आर्मी के प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष कल्याने ने कहा कि, ''उनके कार्यकर्ताओं के साथ पिछले दिनों खुड़ैल में भी एक झूठा केस शराब का दर्ज किया गया था, तो वहीं अन्य जिलों में भी ऐसी घटनाएं उनके कार्यकर्ताओं के साथ घटित हो रही है, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. ऐसे अत्याचारों को भीम आर्मी बर्दाश्त नहीं करेगी और सोमवार को राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपकर अत्याचार करने वालों पर कार्रवाई की मांग की है.''