भोपाल: मध्य प्रदेश सरकार युवाओं के उज्जवल भविष्य और उनके सशक्तिकरण के लिए नवाचारों पर जोर दे रही है. इसी उद्देश्य से मोहन सरकार युवाओं के लिए युवा शक्ति मिशन के रूप में सशक्तिकरण की नई सौगात लेकर आई है. स्वामी विवेकानंद की जयंती 12 जनवरी से 'युवा शक्ति मिशन' लॉन्च करने जा रही है. इस मिशन का उद्देश्य प्रदेश के विकास में युवाओं की व्यापक क्षमताओं का उपयोग करना है. इस मिशन में ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के 15-29 साल के युवाओं को जोड़ा जाएगा.
पांच स्तंभ पर आधारित होगा युवा शक्ति मिशन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहल पर शुरू हो रहे 'युवा शक्ति मिशन' के तहत सरकार ने पांच स्तंभ तय किए हैं. इनमें संवाद, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, सामर्थ्य (क्षमता संवर्धन), उद्यमिता-रोजगार, सामाजिक पहल और निगरानी शामिल है. संवाद स्तंभ के तहत सरकार युवाओं के साथ संवाद स्थापित करेगी. यह संवाद डिजिटल और ऑफलाइन प्रणाली से किया जाएगा. इसमें युवाओं को करियर काउंसलिंग दी जाएगी.
साथ ही युवाओं को इस बात के लिए भी प्रेरित किया जाएगा कि वे गुणवत्ता, उपयोगिता, दक्षता, स्थिरता और समयबद्धता का विचार करें. मिशन के माध्यम से युवाओं में नेतृत्व की क्षमता को विकसित करने के साथ ही उन्हें सामाजिक योगदान के लिए संकल्पित किया जाएगा. युवा शक्ति मिशन का उद्देश्य युवाओं में शिक्षा, कौशल विकास और सामुदायिक सेवा जैसे प्रमुख नेतृत्व गुणों को विकसित कर उन्हें सक्षम बनाना है. जिससे वे प्रदेश के सामाजिक-आर्थिक विकास में सक्रिय भूमिका निभा सकें.
युवा शक्ति मिशन का उद्देश्य
युवा शक्ति मिशन का उद्देश्य आत्मविश्वास और उद्यमिता को बढ़ावा देते हुए युवाओं में चुनौतियों का सामना करने का सामर्थ्य को जागृत करना है. युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, कौशल प्रदान करना है. मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार के साथ नशे से युवाओं को दूर रखने के लिए प्रेरित किया जाएगा. सामाजिक बुराइयों (जैसे दहेज प्रथा, घरेलू हिंसा आदि) के खिलाफ युवाओं को शिक्षित किया जाएगा.
राष्ट्र और राज्य के गौरवशाली इतिहास और संस्कृति से युवाओं को जोड़ा जाएगा. एनसीसी, एनएसएस और एनवायके से युवाओं को जोड़ते हुए पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर जागरूक किया जाएगा. खेलों के माध्यम से नेतृत्व, टीमवर्क और अनुशासन को प्रोत्साहित करना है.