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MPPSC परीक्षा में भील के सवाल पर बवाल, BJP ने CM से की माफी की मांग

MPPSC की प्रारंभिक परीक्षा में भील जनजाति को लेकर पूछे गए सवाल पर विवाद खड़ा हो गया है. बीजेपी ने इस सवाल का विरोध करते हुए सीएम कमलनाथ से माफी मांगने की मांग की है.

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MPPSC में भील समाज पर पूछे गए सवाल पर बवाल
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Published : Jan 15, 2020, 3:12 AM IST

Updated : Jan 15, 2020, 7:34 AM IST

इंदौर। मध्य प्रदेश राज्य प्रशासनिक सेवा (MPPSC) की प्रारंभिक परीक्षा में भील जनजाति को लेकर पूछे गए सवाल पर विवाद खड़ा हो गया है. सवाल में भीलों को आपराधिक प्रवृत्ति का बताया गया है. इसके विरोध में बीजेपी ने प्रदेश के सभी जिलों में संभागायुक्त कार्यालयों का घेराव किया. शहर में भी बीजेपी विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों ने इस मामले में कमलनाथ सरकार से माफी मांगने की मांग की.

प्रदर्शन के दौरान बीजेपी विधायक रमेश मेंदोला, पूर्व मंत्री महेंद्र हार्डिया ने संभाग आयुक्त कार्यालय पहुंचकर नारेबाजी करते हुए राज्य सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा है. जिसमें जांच और माफी की मांग की गई है.

MPPSC में भील समाज पर पूछे गए सवाल पर बवाल

'सार्वजनिक तौर पर माफी मांगें कमलनाथ'
बीजेपी नेताओं का कहना है कि, जिस भील जाति का योगदान त्रेता युग में रामायण काल से लेकर स्वतंत्रता संग्राम तक वीरता का रहा. उस जाति विशेष के लोगों का अपमान मध्य प्रदेश ही नहीं पूरे देश को शर्मसार करता है. इसलिए इस मामले में कमलनाथ सरकार को भील समाज से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए. साथ ही जिन अधिकारियों ने पीएससी में ऐसा प्रश्न पत्र तैयार किया, उन्हें भी सेवा मुक्त करने में देर नहीं लगाना चाहिए.

ये है विवाद की वजह
मध्य प्रदेश राज्य प्रशासनिक सेवा की परीक्षा में पूछे गए एक सवाल को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. यह सवाल भील जाति से संबंधित है. जिसमें भीलों को आपराधिक प्रवृत्ति का बताया गया है. इसके बाद प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है. बीजेपी ने इसे आदिवासियों का अपमान बताया है तो वहीं सीएम कमलनाथ ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं.

इंदौर। मध्य प्रदेश राज्य प्रशासनिक सेवा (MPPSC) की प्रारंभिक परीक्षा में भील जनजाति को लेकर पूछे गए सवाल पर विवाद खड़ा हो गया है. सवाल में भीलों को आपराधिक प्रवृत्ति का बताया गया है. इसके विरोध में बीजेपी ने प्रदेश के सभी जिलों में संभागायुक्त कार्यालयों का घेराव किया. शहर में भी बीजेपी विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों ने इस मामले में कमलनाथ सरकार से माफी मांगने की मांग की.

प्रदर्शन के दौरान बीजेपी विधायक रमेश मेंदोला, पूर्व मंत्री महेंद्र हार्डिया ने संभाग आयुक्त कार्यालय पहुंचकर नारेबाजी करते हुए राज्य सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा है. जिसमें जांच और माफी की मांग की गई है.

MPPSC में भील समाज पर पूछे गए सवाल पर बवाल

'सार्वजनिक तौर पर माफी मांगें कमलनाथ'
बीजेपी नेताओं का कहना है कि, जिस भील जाति का योगदान त्रेता युग में रामायण काल से लेकर स्वतंत्रता संग्राम तक वीरता का रहा. उस जाति विशेष के लोगों का अपमान मध्य प्रदेश ही नहीं पूरे देश को शर्मसार करता है. इसलिए इस मामले में कमलनाथ सरकार को भील समाज से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए. साथ ही जिन अधिकारियों ने पीएससी में ऐसा प्रश्न पत्र तैयार किया, उन्हें भी सेवा मुक्त करने में देर नहीं लगाना चाहिए.

ये है विवाद की वजह
मध्य प्रदेश राज्य प्रशासनिक सेवा की परीक्षा में पूछे गए एक सवाल को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. यह सवाल भील जाति से संबंधित है. जिसमें भीलों को आपराधिक प्रवृत्ति का बताया गया है. इसके बाद प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है. बीजेपी ने इसे आदिवासियों का अपमान बताया है तो वहीं सीएम कमलनाथ ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं.

Intro:मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा पीएससी परीक्षा में भील जाति को लेकर आपत्तिजनक सवाल पूछे जाने के विरोध स्वरूप आज भाजपा ने प्रदेश के विभिन्न जिलों में संभागायुक्त कार्यालयों का घेराव किया इस दौरान इंदौर में विभिन्न विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों ने इस मामले में कमलनाथ सरकार से माफी मांगने की मांग की


Body:दरअसल भील जाति के अपमान के मामले में ना केवल कांग्रेस के विधायक मंत्री एवं पार्टी पदाधिकारी विरोध में है बल्कि भाजपा ने भी आज इस मामले में कमलनाथ सरकार को आड़े हाथों लेते हुए संभागायुक्त कार्यालयों का घेराव किया इंदौर में पार्टी के नगर अध्यक्ष गोपी ने मां के नेतृत्व में विधायक रमेश मेंदोला पूर्व मंत्री महेंद्र हार्डिया आदि ने संभाग आयुक्त कार्यालय पहुंचकर नारेबाजी करते हुए राज्य सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा इस दौरान भाजपा ने मांग की की जिस भील जाति का योगदान त्रेता युग में रामायण काल से लेकर स्वतंत्रता संग्राम तक वीरता का रहा जाति विशेष के लोगों का अपमान मध्य प्रदेश ही नहीं पूरे देश को शर्मसार करता है इसलिए इस मामले में कमलनाथ सरकार को भील समाज से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगना चाहिए साथ ही जिन अधिकारियों ने पीएससी में ऐसा प्रश्न पत्र तैयार किया उन्हें भी सेवा मुक्त करने में देर नहीं लगाना चाहिए


Conclusion:बाइट उमेश शर्मा उपाध्यक्ष प्रदेश भाजपा
Last Updated : Jan 15, 2020, 7:34 AM IST
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