इंदौर। भारत में तेजी से बढ़ते फैशन और परिधान उद्योग के मद्देनजर मुंबई, दिल्ली, राजस्थान, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे महानगरों के चंद्रिमा, स्टूडियो मीडियम, ज्ञान मीमांसा, विवर स्टोरी, खन्ना ज्वेलर्स समेत दर्जनों तमाम फैशन डिजाइनर और फैब्रिक्स के नए-नए स्टार्टअप अब नए शहरों की ओर रुख कर रहे हैं. फैशन डिजाइनिंग के नए नए प्रोडक्ट की मांग बढ़ गई है. लिहाजा फैशन डिजाइनिंग में सक्रिय कंपनियां, ऐसे तमाम फैशन डिजाइनरों के लिए इंदौर में फैशन डिजाइनिंग की मेजबानी कर रहे हैं. अपनी तरह की इस पहल के जरिए ना केवल दिल्ली, मुंबई और अन्य शहरों के फैशन डिजाइनरों का प्रोडक्ट इंदौर में ही उपलब्ध हो रहे हैं, बल्कि इन्हें तैयार करने वाले फैशन डिजाइनर सीधे कस्टमर की मांग के अनुरूप उनसे डिजाइनर प्रोडक्ट को लेकर सीधे संवाद कर पा रहे हैं.
बिजनेस और ट्रेडिंग का हब इंदौर: दरअसल बीते एक दशक में इंदौर में लुक कॉन्शियस युवाओं के बीच तरह-तरह के ब्रांडेड फैशन वाले कपड़े के पहनावे का खासा क्रेज है. अब युवाओं के बीच लग्जरी लाइफ के साथ फैशन आधारित पहनावा महत्वपूर्ण विषय है. यही वजह है कि बिना समझौते के अब युवा महंगे से महंगे डिजाइनर कपड़े अपने लिए चाहते हैं. ऐसी स्थिति में फैशन डिजाइनिंग से जुड़ी कंपनियां भी रिच क्लास को छोड़कर मीडियम रेंज की ओर व्यापार का फोकस कर रही हैं. लिहाजा इंदौर जैसे शहर में ही सालाना फैशन डिजाइनिंग और डिजाइनर लुक वाले कपड़ों का कारोबार करोड़ों में पहुंच चुका है. इसके अलावा त्योहारी फैशन और होम डेकोर को लेकर इंदौर मध्य प्रदेश का प्रमुख शहर है.
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आर्ट एंड क्राफ्ट फॉर पारंपरिक परिधान का क्रेज: भारत में स्पेस क्राफ्ट के साथ सूती कपड़ों का बड़ा मार्केट मौजूद है. इसके अलावा जापान यूरोप और अमेरिका में भारतीय परिधानों की मांग लगातार बढ़ रही है. इनमें भी पारंपरिक कल्चर बेस्ट डिजाइन और वेस्टर्न डिजाइन का मिक्स लुक सबसे ज्यादा पसंद किया जा रहा है. ऐसी स्थिति में फैशन डिजाइनर से जुड़े युवा भारत में भी इसी ट्रेंड के अनुसार फैब्रिक फॉर डिजाइनिंग कपड़े तैयार कर रहे हैं, जो फैशन डिजाइनर कारीगरों और उनके क्रिएशन को ऑडियंस तक सीधे पहुंचा रहे हैं, जिसे लेकर अब कस्टमर भी खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं.
छठवां सबसे बड़ा बाजार बनने की ओर भारत: गौरतलब है भारत में निर्यात होने वाले कुल प्रोडक्ट में 12 फीसदी हिस्सा कपड़ों के निर्यात का है, जिसके 2024-25 तक 300 अरब डालर तक पहुंचने का अनुमान है. लिहाजा भविष्य में भारत दुनिया का छठवां फैशन उद्योग का सबसे बड़ा बाजार होगा. जो फिलहाल 30 अरब डालर का है, जिसमें करीब 45 मिलियन लोग कार्यरत हैं. यही वजह है कि तेजी से बढ़ते इस सेक्टर में नए-नए स्टार्टअप तैयार हो रहे हैं. जो अपने खास प्रोडक्ट को अब देश के हर तबके तक पहुंचाना चाहते हैं.