इंदौर। साल 2023 की अब तक की सबसे बड़ी इंडियन फिल्म 'पठान' मानी जा रही है. अभिनेता शाहरुख खान की फिल्म पठान रिलीज होने से पहले ही विवादों के घेरे में आ गई थी. फिल्म का हर जगह पर जोरदार विरोध हुआ था. एमपी के इंदौर में खासकर इस फिल्म का बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने विरोध किया था. फिल्म पठान के विरोध के दौरान बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने आपत्तिजनक नारे लगाए थे, जिसके बाद इनके खिलाफ कार्रवाई की मांग उठी थी. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 7 बजरंग दल कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा था, लेकिन अब इन आरोपियों को जमानत मिल गई है.
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पठान को लेकर बजरंग दल ने लगाए थे आपत्तिजनक नारे: पिछले दिनों फिल्म पठान के विरोध के दौरान बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने इंदौर के कस्तूर टॉकीज पर उग्र प्रदर्शन करते हुए आपत्तिजनक नारे लगाए थे. इसके बाद इंदौर शहर में वर्ग विशेष के लोगों ने बजरंग दल के खिलाफ विरोध करते हुए कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की मांग की थी. इस प्रदर्शन को बढ़ता देख छत्रीपुरा पुलिस ने 7 बजरंग दल कार्यकर्ताओं के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया था. वहीं बजरंग दल के विभाग संयोजक तनु शर्मा को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था.
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को मिली जमानत: इन कार्यकर्ताओं के गिरफ्तारी के बाद बजरंग दल कार्यकर्ताओं की ओर से इंदौर जिला कोर्ट में एक जमानत आवेदन पेश किया गया और विभिन्न तरह के तर्क प्रस्तुत किए गए. उन तर्कों से सहमत होते हुए कोर्ट ने बजरंग दल कार्यकर्ताओं को सशर्त जमानत दे दी है. इस मामले में 7 आरोपियों को सशर्त जमानत कोर्ट के द्वारा दी गई है.
हर जगह फिल्म का हुआ था विरोध: जिस दिन पठान फिल्म रिलीज हुई थी उस दिन देशभर में प्रदर्शन हुआ था. इसपर बजरंग दल के जिला मंत्री राजू गोस्वामी का कहना था कि, फिल्म पठान देश विरोधी फिल्म है और इस फिल्म में षड्यंत्र के तहत हिंदू और भगवा को बदनाम करने की साजिश की है. पहले भी इस फिल्म को रिलीज न करने के लिए चेतावनी दी थी, लेकिन इसके बावजूद फिल्म को रिलीज किया गया. यही कारण था कि 25 जनवरी को पूरे देश भर में इस फिल्म को विरोध झेलना पड़ा था.