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इंदौर| बारिश में भीगा सैकड़ों क्विंटल अनाज, किसानों और व्यापारियों को हुआ लाखों का नुकसान - अनाज गीला

इंदौर में भी हुई तेज बारिश के चलते छावनी अनाज मंडी में कई क्विंटल अनाज बाहर रखा होने के कारण बारिश के पानी में भीग गया. अनाज के भीगने से किसानों और व्यापारियों को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है.

बारिश में भीगा सैकड़ों क्विंटल अनाज
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Published : Jun 3, 2019, 4:54 PM IST

इंदौर| प्रदेश के कई जिलों में हुई बारिश से मंडियों में रखा अनाज भीग गया है. नीमच के अलावा इंदौर में भी हुई तेज बारिश के चलते छावनी अनाज मंडी में कई क्विंटल अनाज बाहर रखा होने की वजह से गीला हो गया. अनाज के भीगने से किसानों और व्यापारियों को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है.

बारिश में भीगा सैकड़ों क्विंटल अनाज

हालांकि इंदौर की मंडी में अनाज रखने के लिए शेड बनाए गए हैं, लेकिन आवक ज्यादा होने की वजह से अनाज को खुले में ही रखना पड़ता है. किसानों से खरीदा गया सैकड़ों क्विंटल गेहूं और चना मंडी परिसर में खुले में रखा था. अचानक तेज आंधी के साथ हुई बारिश के चलते मंडी परिसर में सैकड़ों क्विंटल गेहूं और चना भीग गया. इस दौरान व्यापारियों ने अनाज को तिरपाल से ढकने का प्रयास किया, लेकिन पानी भरने से नीचे रखे अनाज के कई बोरे भीग गए. किसान जो माल बेचने आए थे वो भी ट्रैक्टर-ट्राली में भरा था. बारिश होते ही ट्रैक्टर-ट्राली में रखे अनाज के बोरे भी भीग गए.

वहीं बारिश में भिगे हुए अनाज को सुखाने के प्रयास किए जा रहे हैं. अनाज को अब अलग- अलग तरीके से सुखाया जा रहा है. अनाज के गीले होने के बाद मंडी समिति की ओर से कोई भी अब जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है. मंडी समिति द्वारा सिर्फ इतना ही निर्देश दिया गया है कि व्यापारी अपने अनाज की व्यवस्था खुद ही करें. साथ ही जो किसान मंडियों में अनाज लेकर आ रहे हैं वो अपना अनाज मंडियों के शेड में ही रखें.

इंदौर| प्रदेश के कई जिलों में हुई बारिश से मंडियों में रखा अनाज भीग गया है. नीमच के अलावा इंदौर में भी हुई तेज बारिश के चलते छावनी अनाज मंडी में कई क्विंटल अनाज बाहर रखा होने की वजह से गीला हो गया. अनाज के भीगने से किसानों और व्यापारियों को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है.

बारिश में भीगा सैकड़ों क्विंटल अनाज

हालांकि इंदौर की मंडी में अनाज रखने के लिए शेड बनाए गए हैं, लेकिन आवक ज्यादा होने की वजह से अनाज को खुले में ही रखना पड़ता है. किसानों से खरीदा गया सैकड़ों क्विंटल गेहूं और चना मंडी परिसर में खुले में रखा था. अचानक तेज आंधी के साथ हुई बारिश के चलते मंडी परिसर में सैकड़ों क्विंटल गेहूं और चना भीग गया. इस दौरान व्यापारियों ने अनाज को तिरपाल से ढकने का प्रयास किया, लेकिन पानी भरने से नीचे रखे अनाज के कई बोरे भीग गए. किसान जो माल बेचने आए थे वो भी ट्रैक्टर-ट्राली में भरा था. बारिश होते ही ट्रैक्टर-ट्राली में रखे अनाज के बोरे भी भीग गए.

वहीं बारिश में भिगे हुए अनाज को सुखाने के प्रयास किए जा रहे हैं. अनाज को अब अलग- अलग तरीके से सुखाया जा रहा है. अनाज के गीले होने के बाद मंडी समिति की ओर से कोई भी अब जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है. मंडी समिति द्वारा सिर्फ इतना ही निर्देश दिया गया है कि व्यापारी अपने अनाज की व्यवस्था खुद ही करें. साथ ही जो किसान मंडियों में अनाज लेकर आ रहे हैं वो अपना अनाज मंडियों के शेड में ही रखें.

Intro:प्रदेश की मंडियों में अनाज की आवक के साथ ही विभिन्न जिलों में शुरू हुई बारिश से बड़ी मात्रा में अनाज गीला हो गया नीमच के अलावा इंदौर में भी हुई बारिश के चलते छावनी अनाज मंडी में कई क्विंटल अनाज बाहर रखा होने के कारण बारिश के पानी में गीला हो गया अनाज के भीगने से किसानों और व्यापारियों को लाखों रुपए का नुकसान होना बताया जा रहा है


Body: गौरतलब है इंदौर की मंडी में अनाज रखने के लिए शेड होने के बावजूद आवाज ज्यादा होने के कारण अनाज खुले में ही रखना पड़ता है कल शाम को भी किसानों से खरीदा गया सैकड़ों क्विंटल गेहूं और चना मंडी परिसर में ही खुले में रखा था अचानक तेज आंधी के साथ हुई बारिश के चलते मंडी परिसर में सैकड़ों क्विंटल गेहूं और चना भीग गया इस दौरान व्यापारियों ने त्रिपाल डालने का प्रयास किया लेकिन जमीन में पानी भरने से नीचे रखे कई बोरे तरबतर हो गए इस दौरान किसान जो माल बेचने आए थे वह भी ट्रैक्टर ट्राली में भरा था बारिश होते ही सभी किसान अपने वाहन बारिश में भीगने से बचाते नजर आए इस दौरान जो अनाज मंडी परिसर में उतार दिया गया था वह तेज बारिश में गीला हो गया अब बारिश में गिरे हुए अनाज को सुखाने के प्रयास किए जा रहे हैं वही चने समेत अन्य फसल को अब अलग अलग तरीके से सुखाया जा रहा है जिससे कि गिरे हुए अनाज को आधी या कम कीमत पर बेचा जा सके अनाज के गीले होने के बाद मंडी समिति की ओर से कोई भी अब जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है मंडी समिति द्वारा सिर्फ इतना ही निर्देश दिया गया है कि व्यापारी अपने अनाज की व्यवस्था खुद ही करें साथ ही जो किसान मंडियों में अनाज लेकर आना है वह अपना अनाज मंडियों के शेड में ही रखें इधर इंदौर में अनाज इसलिए भी ज्यादा जिला हुआ क्योंकि अमावस होने के कारण आज हममाल भी मंडियों में नहीं पहुंचे जिसके कारण अनाज को आज हटाया भी नहीं जा सका


Conclusion:बाइट श्याम कुमार पीड़ित अनाज व्यापारी
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