इंदौर| प्रदेश के कई जिलों में हुई बारिश से मंडियों में रखा अनाज भीग गया है. नीमच के अलावा इंदौर में भी हुई तेज बारिश के चलते छावनी अनाज मंडी में कई क्विंटल अनाज बाहर रखा होने की वजह से गीला हो गया. अनाज के भीगने से किसानों और व्यापारियों को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है.
हालांकि इंदौर की मंडी में अनाज रखने के लिए शेड बनाए गए हैं, लेकिन आवक ज्यादा होने की वजह से अनाज को खुले में ही रखना पड़ता है. किसानों से खरीदा गया सैकड़ों क्विंटल गेहूं और चना मंडी परिसर में खुले में रखा था. अचानक तेज आंधी के साथ हुई बारिश के चलते मंडी परिसर में सैकड़ों क्विंटल गेहूं और चना भीग गया. इस दौरान व्यापारियों ने अनाज को तिरपाल से ढकने का प्रयास किया, लेकिन पानी भरने से नीचे रखे अनाज के कई बोरे भीग गए. किसान जो माल बेचने आए थे वो भी ट्रैक्टर-ट्राली में भरा था. बारिश होते ही ट्रैक्टर-ट्राली में रखे अनाज के बोरे भी भीग गए.
वहीं बारिश में भिगे हुए अनाज को सुखाने के प्रयास किए जा रहे हैं. अनाज को अब अलग- अलग तरीके से सुखाया जा रहा है. अनाज के गीले होने के बाद मंडी समिति की ओर से कोई भी अब जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है. मंडी समिति द्वारा सिर्फ इतना ही निर्देश दिया गया है कि व्यापारी अपने अनाज की व्यवस्था खुद ही करें. साथ ही जो किसान मंडियों में अनाज लेकर आ रहे हैं वो अपना अनाज मंडियों के शेड में ही रखें.