इंदौर। गुरुवार को National Health Mission की एमडी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी जिलों के स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए. निर्देश में कहा गया है कि सबसे पहले जिन लोगों को vaccine की पहली डोज लग चुकी है, उन्हें दूसरा डोज लगाया जाए. और पहले डोज लगाने की गतिविधियों को रोक दिया जाए. राज्य सरकार के फैसले पर यह आदेश जारी किए गए है.
- 16 लाख लोगों को लग चुका है पहला डोज
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. प्रवीण जड़िया ने बताया कि जो लोग इन दोनों कोवैक्सीन और कोविशिल्ड वैक्सीन का प्रथम डोज ले चुके हैं और जिनके निर्धारित अवधि के बाद द्वितीय डोज लगना है. वह अपना टीकाकरण अवश्य करवाएं. टीकाकरण के पूर्ण प्रभाव के लिए आवश्यक है कि दोनों डोज लगाए जाए. दूसरे डोज के लिए टीकाकरण सत्र पर जाकर पंजीयन कराया जा सकता है. उन्होंने बताया इंदौर जिले में अब तक 16 लाख लोगों को पहला डोज लग चुका है. जबकि दूसरे डोज वाले लोगों की संख्या मात्र 3 लाख ही है. क्योंकि दोनों डोज लगने पर ही पूर्ण वैक्सीनेशन माना जाता है. इसलिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने निर्देश दिए हैं कि बची हुई वैक्सीन से उन लोगों को ही वैक्सीनेशन किया जाए जिन्हें पहला डोज लग चुका है.
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- एक दिन में लगाए 25,503 डोज
फिलहाल इंदौर में 100 से 200 वैक्सीन ही मात्र बचे है. गुरुवार को इंदौर में 105 टीकाकरण सत्र लगाकर 25,503 लोगों को वैक्सीन लगाया गया, जबकि इसके पहले बुधवार को 334 टीकाकरण सत्र लगाकर 1 दिन में 59,171 वैक्सीन लोगों को लगाया था. टीकाकरण सत्र और वैक्सीन के गिरते आंकड़े की वजह कोविड वैक्सीनेशन में कमी आई है.
- 10 केंद्रों पर लगाई जा रही वैक्सीन
दरअसल इंदौर जिले में अब भी करीब 27 हजार से ज्यादा ऐसे लोग मौजूद हैं जो 45 वर्ष से अधिक आयु के हैं, लेकिन उन्हें दूसरा डोज नहीं लगा है. इसके अलावा 18 साल से अधिक आयु वाले लोगों की भी संख्या हजारों में है, जिन्हें दूसरा डोज लगना है. हालांकि जिले में वैक्सीन का संकट अभी भी बना हुआ है. गुरुवार को भी कुल 30 हजार लोगों के लिए वैक्सीन मौजूद थी. ऐसे में उन 10 केंद्रों पर ही वैक्सीन लोगों को लगाई जा सके.