इंदौर। विजय नगर थाना क्षेत्र में रहने वाली एक नाबालिग अपनी बहन और जीजा के साथ रहकर बेबी सीटर का काम करती थी. इसी दौरान इंस्टाग्राम के माध्यम से उसकी जान-पहचान नारायण उर्फ अजय से हुई. अजय ने इस दौरान नाबालिग युवती की जमकर तारीफ की और इंस्टाग्राम के माध्यम से आरोपी ने उसे अपने प्रेमजाल में फंसा लिया. इसके बाद लड़की को मिलने के लिए राजस्थान के बांसवाड़ा बुलाया. नाबालिग भी अपने परिजनों को छोड़कर 1500 रुपये लेकर राजस्थान के बांसवाड़ा पहुंच गई. जैसे ही वहां पहुंची आरोपी अजय उर्फ नारायण ने उसे बंधक बना लिया और उसे बेचने की तैयारी करने लगा.
मोबाइल की लोकेशन से मिला सुराग : इसी दौरान परिजनों ने नाबालिग की गुमशुदगी की शिकायत इंदौर के विजय नगर थाने पर की. विजय नगर पुलिस ने इस पूरे मामले में कार्रवाई करते हुए मोबाइल लोकेशन के आधार पर नाबालिग को ढूंढकर उनके परिजनों के हवाले किया. पुलिस ने लड़की के मोबाइल लोकेशन को ट्रेस किया और उसके बाद उसकी जब लोकेशन बांसवाड़ा मिली तो एक टीम वहां पर भेजी. बांसवाड़ा के कई इलाकों में कई जगहों कंजर गिरोह रहते हैं. अतः पुलिस ने वहां की पुलिस से सहयोग लेते हुए नाबालिग की तलाशी के लिए एक टीम गठित की.
नाबालिग को बेचने की तैयारी कर रहा था : पुलिस ने टीम ने मिली लोकेशन के आधार पर दबिश दी. इस दौरान पुलिस को देखकर नारायण उर्फ अजय कीर वहां से भागने की तैयारी करने लगा, लेकिन पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर जब सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह छात्रा को बेचने की तैयारी कर रहा था. बता दें कि राजस्थान में आमतौर पर शादी के लिए लड़कियां नहीं मिलती हैं. राजस्थान में कई गिरोह इस तरह से नाबालिग युवतियों को बहला-फुसलाकर पहले राजस्थान में बुलाते हैं और फिर उन्हें शादी के नाम पर बेच देते हैं. (Friendship with minor on social media)( Minor girl of Indore rescued)