इंदौर। अभी तक साइबर ठगों के निशाने पर आम आदमी थे, लेकिन अब समझदार व्यक्ति भी ठगी का शिकार हो रहे हैं. इसी कड़ी में बैंक के रिटायर्ड मैनेजर भी ठगी के शिकार हुए. हालांकि साइबर सेल ने उनके सवा दो लाख रुपये वापस करवा दिए. बता दें कि पुलिस के पास रिटायर्ड बैंक मैनेजर पहुंचे और उन्होंने पूरे मामले में बताया कि उन्हें केवाईसी फॉर्म जमा करने के लिए एक लिंक आई. केवाईसी फॉर्म जमा करने के लिए जो डिटेल मांगी गई थी, उस पर क्लिक करने के साथ उसको भरकर भेज दिया. लेकिन थोड़ी ही देर बाद उनके अकाउंट से तकरीबन सवा दो लाख रुपये कट गए.
लोग जागरूक नहीं हो रहे : इसके बाद उन्हें अपने साथ हुई ठगी की जानकारी लगी. इसके बाद उन्होंने तुरंत पूरे मामले की जानकारी इंदौर क्राइम ब्रांच के साइबर सेल को दी. इसके बाद साइबर सेल ने पूरे मामले में जांच पड़ताल करते हुए तुरंत बैंक मैनेजर से हुई ठगी के पैसे वापस दिलवाए. बता दें कि पिछले काफी दिनों से इस तरह की ठगी की वारदातों में इजाफा हो रहा है. वहीं, इंदौर क्राइम ब्रांच ने 3 माह में एक दर्जन से अधिक लोगों के एक करोड़ से अधिक रुपए वापस दिलवाए हैं. वहीं इसको लेकर लगातार अवेयरनेस प्रोग्राम भी पुलिस के द्वारा चलाए जा रहे हैं लेकिन उसके बाद भी साइबर ठगी की वारदातों में लगातार इजाफा हो रहा है.
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ठगी की वारदात बढ़ीं : बता दे इंदौर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में लगातार इस तरह से ठगी की वारदातों में इजाफा हो रहा है. वहीं पुलिस को तत्काल इस तरह की शिकायत मिलती है तो कार्रवाई भी की जाती है, लेकिन कई मामलों में फरियादी के द्वारा शिकायत भी पुलिस के द्वारा दर्ज नहीं की जाती है, जिस कारण कई मामले सामने भी नहीं आते हैं. हालांकि कई बैंक समय-समय पर लोगों को जागरूक करते हैं कि किसी को कोई जानकारी नहीं दें, लेकिन लोग ठगों के झांसे में आ जाते हैं. (Fraudsters cheated former bank manager) ( Cyber fraud in Indore)