इंदौर। देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर (cleanest city indore) लगातार पांचवीं बार स्वच्छता टॉप रैंक हासिल किया है, इसकी औपचारिक घोषणा हो गई है, देश में मध्यप्रदेश सफाई के मामले में तीसरे पायदान पर है. मध्यप्रदेश को कई कैटेगरी के अवार्ड मिले हैं.
मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी और प्रदेश के सबसे विकसित और आधुनिक शहर के रूप में ख्यात इंदौर लगातार पांचवीं बार देश की स्वच्छता रैंकिंग में पहले नंबर पर आया है. इस बार इंदौर को दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के द्वारा पांचवीं बार स्वच्छता रैंकिंग में पहले नंबर पर बने रहने की किताब के साथ 12 करोड़ रुपये का सफाई मित्र पुरस्कार भी दिया जा रहा है.
शिवराज बोले- All the best Indore
प्रदेश के किसी शहर की इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj singh chouhan) ने भी इंदौर को बधाई दी हैं. उन्होंने इंदौर कलेक्टर (Indore Collector) इंदौर मनीष सिंह अपने ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है ऑल द बेस्ट इंदौर. इंदौर में भी आज स्वच्छता समारोह को करीब एक दर्जन स्थानों पर लाइव देखा जा सकेगा. इसके लिए इंदौर नगर निगम (Indore Nagar Nigam) ने खास इंतजाम किए हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार आज आयोजित होने वाले समारोह में इंदौर को दो अवार्ड राष्ट्रपति द्वारा दिए जाएंगे. जबकि एक अवॉर्ड केंद्रीय मंत्री द्वारा दिया जाएगा. पुरस्कार समारोह का सीधा प्रसारण शहर के 10 प्रमुख स्थानों पर किया जा रहा है.
सफाई मित्र महिला लेगी अवार्ड
शुक्रवार रात को इंदौर नगर निगम की टीम दिल्ली में पुरस्कार समारोह में हिस्सा लेने के लिए पहुंची है. पुरस्कार समारोह (Award Ceremony) में इंदौर संभाग आयुक्त डॉ. पवन शर्मा, कलेक्टर मनीष सिंह, अपर आयुक्त संदीप सोनी आदि अधिकारी दिल्ली रवाना हुए हैं . इस बार निगम आयुक्त प्रतिभा पाल अपने साथ सफाई मित्र महिला इंदिरा आदिवाल को लेकर दिल्ली पहुंची हैं. यह महिला रामबाग और नारायण बाग इलाके में बिना अवकाश लिए कई सालों से सफाई का जिम्मा संभाल रही है. खास बात यह है कि वह प्रतिदिन सुबह 4:00 बजे से कई घरों के बाहर रंगोली भी बनाती है .इंदौर की इस महिला की लगन को देखते हुए इस बार नगर निगम ने सम्मान प्राप्त करने में इस महिला को प्राथमिकता दी है.
इंदौर को पांचवीं बार मिल रहा पुरस्कार
इंदौर में इस बार व्यापक रणनीति के तहत शहर की दो प्रमुख नदियां कान्ह और सरस्वती को पुनर्जीवित किया गया, जिन नदियों में अब तक मल मूत्र और गंदगी बहती थी. उन्हें सीवरेज मुक्त किया गया. इस पर करीब 343 करोड़ रुपये खर्च भी हुए. करीब 21 किलोमीटर लंबी गाना नदी और 12.4 किलोमीटर की सरस्वती नदी में जितने भी नाले मिलते थे, उन सभी को अलग करके ट्रेन में लाइन से जोड़ा गया. बीते साल भर से जारी इस काम के कारण अब शहर की दोनों प्रमुख नदियां पुनर्जीवित हो चुकी हैं, जिनमें साफ पानी के साथ ही नए सिरे से इको सिस्टम डेवलप हो रहा है. हाल ही में इन दोनों नदियों में दीपदान का कार्यक्रम पूर्णिमा पर आयोजित किया गया.
स्वच्छता रैंकिंग 2022 की तैयारी अभी से
पांचवी बार पुरस्कार लेने के पहले ही इंदौर नगर निगम ने स्वच्छता रैंकिंग 2022 की तैयारियां शुरू कर दी हैं. इस बार रैंकिंग में जिन दो बिंदुओं पर फोकस किया जा रहा है उसमें कचरे की प्रोसेसिंग (waste processing) और एयर क्वालिटी इंडेक्स (air quality index) रहेगा. जिसके लिए इंदौर इस बार 550 टन का बायो मीथेन प्लांट (bio methane plant) के जरिए स्वच्छता की रैंकिंग में बने रहने का दावा करेगा इस प्लांट से सालाना निगम को ढाई करोड़ रुपए की आय होगी.
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इसके अलावा मीथेन गैस (methane gas) से शहर की गाड़ियां चलेंगी इसी प्रकार एयर क्वालिटी इंडेक्स में उल्लेखनीय योगदान के लिए शहर में वाहनों से होने वाले प्रदूषण ग्रामीण क्षेत्रों में जलने वाली पराली का धूआं और औद्योगिक प्रदूषण को रोकने के लिए अभी से माइक्रो एक्शन प्लान (micro action plan) बनाया गया है, जिस पर नगर निगम की टीम बारीकी से काम कर रही है.