इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के प्रशासनिक संकुल में शुक्रवार को कार्यपरिषद की बैठक आयोजित की गई. कार्यपरिषद की बैठक में B.Ed के छात्रों का मुद्दा मुख्य तौर पर रखा गया, जिसमें परीक्षा से वंचित रह गए छात्रों के लिए परीक्षा आयोजित करने पर फैसला लिया गया. वहीं संविदा कर्मचारियों के मुद्दे पर भी चर्चा की गई.
परीक्षा से वंचित छात्रों को दिया जाएगा मौका: देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. रेणु जैन के अनुसार, "कार्य परिषद की बैठक में लंबे समय से चले आ रहे बीएड के छात्रों की एटीकेटी छूट गए प्रश्न पत्र की परीक्षा आयोजित कराने पर फैसला लिया गया है. बैठक में वर्ष 2021-22 और 2022-23 सत्र में परीक्षा से वंचित रह गए छात्रों के लिए नियमित परीक्षा के साथ कराने का फैसला लिया गया है, यह परीक्षा कोर्णाक आल को ध्यान में रखते हुए आयोजित की जा रही है. लंबे समय से बीएड के छात्रों द्वारा एटीकेटी की परीक्षा आयोजित कराने के लिए मांग की जा रही थी, जिसके बाद अब विश्वविद्यालय द्वारा यह परीक्षा आयोजित कराने पर फैसला लिया गया है. हालांकि यह परीक्षा नियमित परीक्षा के साथ आयोजित कराई जाएगी, इसे विशेष परीक्षा के रूप में आयोजित नहीं किया जाएगा."
संविदा कर्मचारियों को लेकर भी लिया गया फैसला: देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में प्रदेश सरकार के संविदा कर्मचारियों के लिए किये गए फैसले को जल्द लागू किया जायेगा. कुलपति डॉ. रेणु जैन के अनुसार, "संविदा कर्मचारियों को स्थाई कर्मचारियों की तरह सुविधा देने और वेतन का भुगतान करने के लिए प्रक्रिया शुरू की गई है, जिसमें नियम अनुसार आगामी कार्रवाई की जाएगी. कार्य परिषद की बैठक में वित्त समिति के प्रस्ताव सहित अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की गई, जिसमें कई मुद्दों को अगली कार्यपरिषद की बैठक में चर्चा करने की बात कही गई है."