इंदौर। उपचुनाव के लिए बुजुर्गों, दिव्यांगों और कोरोना मरीजों को मतदान के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी. जिसके तहत ऐसे तमाम मतदाता अपने घर से ही डाक मतपत्रों के जरिए मतदान कर सकेंगे. डाक मतपत्र के माध्यम से मतदान कराने की ये प्रक्रिया 22 अक्टूबर से शुरू होगी, जो 29 अक्टूबर तक चलेगी. इसके तहत 80 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों, दिव्यांगों और कोरोना से पीड़ित मरीजों सहित कुल 2 हजार 128 मतदाता डाक मतपत्र के जरिए मतदान करेंगे.
डाक मतपत्र के जरिए मतदान
जिला प्रशासन और निर्वाचन कार्यालय ने इस व्यवस्था के तहत 60 मतदान दलों का गठन किया है. इसके अलावा सुरक्षा के व्यापक प्रबंध भी किए गए हैं. मतदान की गोपनियता बनाए रखने के लिए भी प्रबंध किए गए हैं. डाक मतपत्र के माध्यम से मतदान की प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जाएगी. इस प्रक्रिया के तहत 80 वर्ष से अधिक आयु के मतदाता, दिव्यांग मतदाता और कोविड के मरीज और सस्पेक्टेड मतदाताओं को डाक मतपत्र के माध्यम से मतदान की सुविधा दी जा रही है.
घर से मदतान के लिए ली गई सहमति
सांवेर विधानसभा क्षेत्र में 9 अक्टूबर 2020 से लेकर 13 अक्टूबर 2020 तक उक्त तरह के मतदाताओं से सहमति फार्म घर-घर जाकर भराए गए थे. डिप्टी कलेक्टर अंशुल खरे ने बताया कि, 80 वर्ष से अधिक आयु के एक हजार 483 मतदाताओं ने अपनी सहमति दी. इसी तरह 637 दिव्यांग और कोविड प्रभावित, संदिग्ध मरीजों में से 08 मतदाताओं ने अपनी सहमति दी है. कुल 2 हजार 128 मतदाताओं ने डाक मतपत्र के आधार पर मतदान की सहमति दी है. डाक मतपत्र के माध्यम से मतदान करवाने के लिए 60 दलों का गठन किया गया है.
ये भी पढ़े- मुख्यमंत्री, राज्यपाल के अलावा 14 मंत्रियों को HC का नोटिस, 14 दिसंबर को होगी सुनवाई
कोरोना मरीजों के लिए अलग मतदान दल
कोरोना मरीजों से मतदान के लिए अलग से दल बनाया गया है. इसमें डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टॉफ आदि को रखा गया है. उक्त दल मतदान कराने की प्रक्रिया सपन्न कराएंगे, जिसका रूटचार्ट तैयार कर अभ्यर्थियों को पृथक से अवगत कराया गया है. अगर उम्मीदवार चाहें तो, इस प्रक्रिया पर नजर रखने के लिए रिटर्निंग ऑफिसर को पूर्व सूचना देकर अपने प्रतिनिधियों को नियुक्त कर सकते हैं. अभ्यर्थी अधिकृत प्रतिनिधि, गठित दलों द्वारा की जा रही पोस्टल, बैलेट, मतदान कार्य में हस्तक्षेप किए बिना इस प्रक्रिया की निगरानी कर सकेंगे.