इंदौर। लंबे अरसे की जद्दोजहद के बाद आखिरकार देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में पदोन्नति और शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू की जा रही है. देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. रेनू जैन का कहना है कि अब विश्वविद्यालय में शिक्षकों की भर्ती करने के लिए प्रक्रिया जल्द शुरू हो रही है. वर्तमान में विश्वविद्यालय की दो मुख्य जरूरतें हैं एक शिक्षकों की भर्ती करना और दूसरा शिक्षकों को पदोन्नति देना. जिसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, साथ ही जो शिक्षक अपनी पदोन्नति को लेकर कोर्ट पहुंचे थे. अगर वह कोर्ट से केस विड्रॉ करते हैं तो उन्हें भी इस प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा. हालांकि पदोन्नति की यह प्रक्रिया पूर्व जारी की गई प्रक्रिया की दिनांक से ही लागू की जाएगी. जिसके लिए वर्तमान में कार्रवाई की जा रही है.
दरअसल, वर्तमान में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में लगातार शिक्षकों की कमी बनी हुई है. अधिकांश नियमित पद पर नियुक्त हुए शिक्षक सेवानिवृत्त हो रहे हैं. साल भर में करीब 10 से 12 शिक्षक रिटायर्ड हो रहे हैं. उनके स्थान पर विश्वविद्यालय में अभी कोई नई नियुक्तियां नहीं हुई हैं. नियुक्ति की प्रक्रिया तीन बार शुरू होकर बंद हो चुकी है. ऐसे में लगातार शिक्षकों की बढ़ती जा रही हैं. करीब छह साल में विश्वविद्यालय में 190 शिक्षकों की भर्तियां अटकी हुई हैं, जिसके चलते विभिन्न विभागों में अध्यापन कार्य में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, हालांकि वर्तमान कुलपति रेणु जैन का कहना है कि जल्द ही शिक्षकों की पदोन्नति और भर्ती की प्रक्रिया को पूरा करने का कार्य किया जा रहा है. ताकि शिक्षकों की कमी की समस्या समाप्त हो सके मामले में नियमानुसार कार्रवाई शुरू की गई है. जल्द ही इस पूरे मामले को सुलझा लिया जाएगा.
ये भी पढ़ें: गौधन संरक्षण के लिए गौ कैबिनेट का गठन, पांच मंत्रियों को बनाया गया सदस्य
गौरतलब हो कि तीन साल पहले देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में पदोन्नति के लिए इंटरव्यू की प्रक्रिया पूरी की गई थी, लेकिन पूरे मामले में आपत्ति उठने के बाद मामला स्थगित कर दिया गया था, बाद में यह पूरी प्रक्रिया को लेकर कोर्ट में भी मामला पहुंचा था. वहीं एक बार फिर विश्वविद्यालय में पदोन्नति और शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया शुरू हुई है.