इंदौर। विश्व बैंक की सेंटर ऑफ एक्सीलेंस योजना को लेकर उच्च शिक्षा विभाग ने एक सूची जारी की है. इसमें देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के दो विभागों को सेंटर आफ एक्सीलेंस का दर्जा दिया गया है. विश्वविद्यालय के विभागों को मिले इस दर्जे के चलते करीब दो करोड़ रुपए की ग्रांट मिलेगी.
कुलपति डॉक्टर रेणु जैन का कहना है कि, हमारे द्वारा जिन विभागों की प्रेजेंटेशन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के लिए दी गई थी. वे सभी अच्छी थी, पर दो ही विभागों को सेंटर आफ एक्सीलेंस का दर्जा दिया गया है. विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर रिप्रेजेंटेशन और अपील के लिए आवेदन करेंगे. वहीं विश्वविद्यालय को उम्मीद है कि, अन्य विभागों को भी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का दर्जा मिल सकता है.
वहीं प्रदेश के बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के छह और जीवाजी राव विश्वविद्यालय के 7 सेंटरों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का दर्जा दिया गया है. विश्वविद्यालय के केवल दो ही विभागों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का दर्जा मिलने से विश्वविद्यालय असंतुष्ट नजर आ रहा है.