इंदौर। कोरोना महामारी ने शिक्षा जगत को भी खासा प्रभावित किया हैं. कई शिक्षाविद इस संक्रमण के चलते काल के गाल में समा गए हैं. एक ऐसा ही मामला शहर से सामने आया हैं, जहां कोरोना बीमारी ने महज कुछ दिनों में दो पीढ़ियों को एक साथ खत्म कर दिया.
पहले प्रियंका जैन फिर पति और बेटे की हुई मौत
बीते दिनों अचानक प्रियंका जैन की तबीयत खराब हो गई. उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया. इसके बाद उनके पति और बेटे की भी तबीयत बिगड़ने लगी. देखते ही देखते तीनों की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गई.
दो बार कर चुकी हैं PHD
डॉक्टर प्रियंका जैन एक प्रतिष्ठित शिक्षाविद थी. उन्होंने दो बार पीएचडी की थी. वहीं अलग-अलग विश्वविद्यालयों में विभिन्न पदों पर पदस्थ थी. प्रियंका जैन का बेटा एक निजी विश्वविद्यालय में कार्यरत था, लेकिन महज कुछ दिनों में परिवार के तीनों लोग काल के गाल में समा गए.
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में बीते दिनों हो चुकी है कई मौतें
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में बीते करीब एक माह में 10 से अधिक शिक्षक और अन्य लोगों की मौत हो चुकी हैं. लगातार शिक्षा जगत में हो रही मौतों के चलते शिक्षाविदों में शोक का माहौल निर्मित हैं.
17 दिन में तीन पीढ़ी खत्म! दादा के बाद बाप-बेटे ने भी हारी जिंदगी की जंग
17 दिन में तीन पीढ़ी खत्म
शिवपुरी जिले की महल कॉलोनी में रहने वाले जैन परिवार की तीन पीढ़ियां कोरोना से जंग हार गईं. सिर्फ 17 दिन के अंतराल में दादा, पिता और बेटे ने संसार को अलविदा कह दिया. महावीर जयंती के दिन दादा का निधन हो गया. इसके सात दिन बाद पिता का कोरोना की चपेट में आने से निधन हो गया. बेटा अपने पिता की तेरहवीं भी नहीं कर सका, क्योंकि 12 वें दिन ही बेटे की मौत हो गई.