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इंदौर में बेटी ने कराई माता-पिता की हत्या, अंजाम देने के दो दिन पहले ही बंद किए CCTV

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Published : Dec 17, 2020, 11:04 PM IST

इंदौर को एरोड्रम थाना में एक बेटी ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर अपने पिता और मां की हत्या की वारदात को अंजाम दिया है. इस हत्याकांड के बाद से ही उनकी बेटी आरोपियों के साथ फरार है. बेटी ने शवों के पास एक लेटर छोड़ा है, जिसमें उसने कबूला है कि उसने ही इस वारदात को अंजाम दिया है. बताया जा रहा है कि प्रेम प्रसंग के चलते बेटी ने ऐसा किया है.

police constable murder case indore
पुलिस कांस्टेबल की हत्या का मामला

इंदौर। एरोड्रम थाना क्षेत्र के रुकमणी नगर में एक डबल हत्याकांड का मामला सामने आया है. इस पूरे ही मामले में पुलिस को एक लेटर मिला है, जो उनकी बेटी ने लिखा है. इस लेटर में बेटी ने इस बात का जिक्र किया है कि उसने ही अपने माता और पिता की हत्या की वारदात को अंजाम दिया है. लेटर मिलने के बाद पुलिस इस पूरे मामले में काफी बारीकी से जांच-पड़ताल कर रही है. वहीं जो लेटर मिला है, उसकी हैंडराइटिंग की भी जांच करवाई गई है. हैंड राइटिंग परीक्षण के बाद पुलिस को सौंपी गई रिपोर्ट में यह साफ हो गया है कि लेटर उनकी बेटी ने ही लिखा है. जानकारी के मुताबिक जिस युवक के साथ मिलकर बेटी ने वारदात को अंजाम दिया है, वो पूर्व उप सरपंच है.

पुलिस कांस्टेबल की हत्या का मामला

बेटी ने दोस्त के साथ मिलक दिया वारदात को अंजाम

इस घटना के बाद बताया जा रहा है कि आरक्षक की बेटी की दोस्ती क्षेत्र के किसी युवक से थी. अक्सर वह उस युवक से फोन पर बात करती थी. संभावना व्यक्त की जा रही है कि पिछले दिनों बेटी के फोन पर युवक से बात करने की वजह से आरक्षक का युवक से विवाद हुआ था. ऐसा कहा जा रहा है कि उस विवाद के कारण इस पूरे घटनाक्रम को उस युवक ने ही अंजाम दिया है. फिलहाल पुलिस बारीकी से मामले की जांच-पड़ताल में जुटी हुई है.

दो दिन पहले की प्लानिंग

जानकारी के मुताबिक इस वारदात को अंजाम देने के लिए बेटी ने अपने दोस्त के साथ मिलकर दो दिन पहले से प्लानिंग की थी. फिर योजनाबद्ध तरीके से गुरुवार अलसुबह इस वारदातको अंजाम दे दिया. अंजाम देकर दोनों फरार हो गए हैं. बेटी का मित्र धनंजय यादव के बारे में यह भी बताया जा रहा है कि वह पूर्व उपसरपंच है. वहीं आरक्षक की बेटी से उसकी जान पहचान भी क्षेत्र की एक दुकान से हुई थी, इसके बाद वह अक्सर आरक्षक की बेटी से फोन पर बात करते रहता था. इस बात की जानकारी भी आरक्षक को लग गई थी. जिसकते बाद उसका पूर्व उपसरपंच से विवाद भी हुआ था. उसी विवाद के बाद यह अनुमान लगाया जा रहा है कि बेटी और उसके मित्र ने ही इस हत्याकांड को अंजाम देने की प्लानिंग की और फिर योजनाबद्ध तरीके से घटना को अंजाम देकर फरार हो गए.

पढ़ें- प्रेम प्रसंग के चलते बेटी ने कराई माता-पिता की हत्या, दो दोस्तों के साथ फरार

बेटी ने लिखा कबूल नामा

पुलिस को घटनास्थल से एक लेटर भी मिला है, जिसमें आरक्षक की बेटी ने इस बात का जिक्र किया है कि उसने ही इस पूरे हत्याकांड को अंजाम दिया है. और उसे ढूंढने की कोशिश न की जाए. फिलहाल पुलिस ने घटनास्थल से उस लेटर को जब्त कर लिया है. कहा जा रहा है कि लेटर में जो जानकारी लिखी है, उसमें कुछ भ्रमिक जानकारी है. बेटी ने लेटर में अपने पिता पर शारीरिक शोषण करने के आरोप लगाए हैं. साथ ही कहा है कि इसमें उसकी मां भी साथ देती थी, जिस कारण वह काफी पेरशान हो गई थी. उसके बाद बेटी ने इस वारदात को अंजाम देने की ठानी. फिलहाल पुलिस इस मामले में बेटी की तलाश में जुटी हुई है.

वारदात को अंजाम देने से पहले बंद किए CCTV

मामले में पुलिस काफी बारीकी से जांच करने में जुटी हुई है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक हत्या की वारदात को अंजाम देने से दो दिन पहले ही घर पर लगे CCTV कैमरों को भी बंद कर दिया गया था. जिस कारण घटनास्थल पर कौन आया, किस तरह से आया और कब घटना को अंजाम देकर फरार हुए इसके बारे में जानकारी पुलिस को नहीं मिल पा रही है. इसके अलावा जब पुलिस ने बेटी के मोबाइल फोन की लोकेशन खंगाली तो वह लोकेशन भी पुलिस को बंद मिली. इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि वारदात को अंजाम देने से पहले ही बेटी ने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया था.

वारदात को अंजाम देकर कुत्ते को लेकर बेटी निकली घूमने

बेटी ने ही जिस समय अपने माता और पिता की हत्या की वारदात को अंजाम दिया, उस समय उसका मित्र धनंजय यादव अंदर ही मौजूद था. वहीं यह भी संभावना व्यक्त की जा रही है कि दोनों मिलकर बॉडी को ठिकाने लगाने की भी योजना बना रहे थे, लेकिन वारदात को अंजाम देने में काफी समय लग जाने के कारण और सुबह हो जाने के कारण वह लाश को ठिकाने नहीं लगा पाए. वारदाक को अंजाम देने के बाद बेटी ने घर के बाहर कुत्ते को भी घुमाया और आसपास देखा कि आसपास के कितने लोग उठ गए हैं. इसके बाद वह कुत्ते को घर की छत पर बांधकर अपने मित्र के साथ फरार हो गई.

क्या प्रेम प्रसंग के कारण हत्याकांड को दिया अंजाम?

संभावना व्यक्त की जा रही है कि आरक्षक ज्योति शर्मा की बेटी का क्षेत्र के ही एक युवक धनंजय यादव से बातचीत करती थी. इसकी जानकारी पिछले दिनों आरक्षक ज्योति शर्मा को लग गई थी, जिसके बाद उन्होंने युवक धनंजय यादव के साथ मारपीट भी की थी. उन्होंने हिदायत भी दी थी कि वह उनकी बेटी से दूर रहे. ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि शायद इसी के चलते धनंजय शाह ने अलसुबह योजनाबद्ध तरीके से आरक्षक के घर को निशाना बनाया. और हत्याकांड की वारदात को अंजाम देकर फरार हो गया.

किराएदार ने दी पुलिस को सूचना

जिस घर में आरक्षक और उनकी पत्नी की हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया है, उस समय उनका किराएदार घर में ऊपर ही मौजूद था. उसका कहना है कि घटना करीब सुबह 4 बजे के आसपास की है. उसी समय इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है. जिस समय घटना हुई उस समय जोर-जोर से आवाज भी आ रही थी. लेकिन उने सोचा कि आरक्षक और उसके बेटे में अक्सर किसी बात को लेकर विवाद होता रहता था, तो वह विवाद को देखते हुए अपने कमरे से बाहर नहीं निकला. लेकिन जब वह घर से तैयार होकर सुबह 9 बजे के आसपास निकल रहा था तो देखा कि आरक्षक के कमरे में खून ही खून पड़ा हुआ है. वहीं दरवाजा भी टूटा हुआ है. इसके बाद उसने पूरे मामले की जानकारी सामने रहने वाले पड़ोसी को दी. और फिर पड़ोस में ही रहने वाले परिजनों को पूरे मामले की जानकारी दी गई. इसके बाद परिजनों ने पूरे मामले की सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जांच शुरू कर दी है.

लाशों को ठिकाने लगाने की थी तैयारी

जैसे ही पुलिस को मामले की जानकारी मिली तो, मौके पर पुलिस पहुंची. पुलिस ने देखा कि आरक्षक की लाश पलंग के नीचे खून से लथपथ पड़ी हुई थी. वहीं उनकी पत्नी की लाश पलंग पर पड़ी हुई थी. शरीर पर कई जगह धारदार हथियारों के वार भी थे. बताया जा रहा है कि आरक्षक ज्योति शर्मा के सिर पर दो बार किए गए, जिस कारण उनकी मौत हो गई. वहीं पत्नी नीलिमा पर भी धारदार हथियारों से वार किया और मौत के घाट उतार दिया गया.

पूरे हत्याकांड को अंजाम देने के बाद, जब लाश को ठिकाने लगाने की तैयारी की जा रही थी, इसी दौरान पड़ोस में रहने वाली मृतक की मां घर के बाहर निकलीं. उन्होंने देखा कि मृतक की बेटी बाहर खड़ी है और कुत्ते को सहला रही है. उन्होंने मृतक की बेटी से पूछा कि ये आवाजें क्यों आ रही है तो बेटी ने जवाब दिया की साफ-सफाई हो रही है. इसके बाद मृतक की मां वापस चली गई. और फिर सुबह किराएदार ने पूरी घटना की जानकारी दी

दोनों युवकों की तलाश में जुटी पुलिस

घटना के बाद से ही आरक्षक की बेटी गायब है. वहीं यह भी संभावना व्यक्त की जा रही है कि इस पूरे घटनाक्रम को लड़की के दोस्त धनंजय यादव ने अपने एक मित्र के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले में काफी बारीकी से जांच पड़ताल कर रही है.

नशेड़ियों का लगा रहता था जमावड़ा

जिस जगह पर इस दोहरे हत्याकांड को बदमाशों ने अंजाम दिया है, उससे कुछ ही दूरी पर एक मकान मौजूद है. वहां पर अक्सर युवकों का जमावड़ा लगा रहता था. वहीं जिस डीजे नामक व्यक्ति के बारे में पुलिस को जानकारी लगी है, इसके बारे में भी यही जानकारी मिली है कि वह भी घटनास्थल से कुछ दूरी पर मौजूद एक घर पर आता रहता था. वहीं से इसने लड़की का मोबाइल नंबर हासिल कर लिया था. इसके बाद से अक्सर वहां पर आकर बैठता था. जिस मकान के बारे में रहवासी पुलिस को जानकारी दे रहे हैं उस मकान से कुछ नशे का कारोबार भी होता था, जिसके बारे में रहवासियों ने पहले भी शिकायत की थी.

देहरादून के मिलेट्री स्कूल में पढ़ता है आरक्षक का लड़का

आरक्षक का बेटा देहरादून के आर्मी स्कूल में पढ़ता है, लेकिन कुछ दिनों पहले ही घर लौटा है. जिस समय वारदात को उनकी बेटी और बदमाशों ने मिलकर अंजाम दिया है, उस समय वह अपने पड़ोस में रहने वाले दादा-दादी के घर में सो रहा था.

इंदौर। एरोड्रम थाना क्षेत्र के रुकमणी नगर में एक डबल हत्याकांड का मामला सामने आया है. इस पूरे ही मामले में पुलिस को एक लेटर मिला है, जो उनकी बेटी ने लिखा है. इस लेटर में बेटी ने इस बात का जिक्र किया है कि उसने ही अपने माता और पिता की हत्या की वारदात को अंजाम दिया है. लेटर मिलने के बाद पुलिस इस पूरे मामले में काफी बारीकी से जांच-पड़ताल कर रही है. वहीं जो लेटर मिला है, उसकी हैंडराइटिंग की भी जांच करवाई गई है. हैंड राइटिंग परीक्षण के बाद पुलिस को सौंपी गई रिपोर्ट में यह साफ हो गया है कि लेटर उनकी बेटी ने ही लिखा है. जानकारी के मुताबिक जिस युवक के साथ मिलकर बेटी ने वारदात को अंजाम दिया है, वो पूर्व उप सरपंच है.

पुलिस कांस्टेबल की हत्या का मामला

बेटी ने दोस्त के साथ मिलक दिया वारदात को अंजाम

इस घटना के बाद बताया जा रहा है कि आरक्षक की बेटी की दोस्ती क्षेत्र के किसी युवक से थी. अक्सर वह उस युवक से फोन पर बात करती थी. संभावना व्यक्त की जा रही है कि पिछले दिनों बेटी के फोन पर युवक से बात करने की वजह से आरक्षक का युवक से विवाद हुआ था. ऐसा कहा जा रहा है कि उस विवाद के कारण इस पूरे घटनाक्रम को उस युवक ने ही अंजाम दिया है. फिलहाल पुलिस बारीकी से मामले की जांच-पड़ताल में जुटी हुई है.

दो दिन पहले की प्लानिंग

जानकारी के मुताबिक इस वारदात को अंजाम देने के लिए बेटी ने अपने दोस्त के साथ मिलकर दो दिन पहले से प्लानिंग की थी. फिर योजनाबद्ध तरीके से गुरुवार अलसुबह इस वारदातको अंजाम दे दिया. अंजाम देकर दोनों फरार हो गए हैं. बेटी का मित्र धनंजय यादव के बारे में यह भी बताया जा रहा है कि वह पूर्व उपसरपंच है. वहीं आरक्षक की बेटी से उसकी जान पहचान भी क्षेत्र की एक दुकान से हुई थी, इसके बाद वह अक्सर आरक्षक की बेटी से फोन पर बात करते रहता था. इस बात की जानकारी भी आरक्षक को लग गई थी. जिसकते बाद उसका पूर्व उपसरपंच से विवाद भी हुआ था. उसी विवाद के बाद यह अनुमान लगाया जा रहा है कि बेटी और उसके मित्र ने ही इस हत्याकांड को अंजाम देने की प्लानिंग की और फिर योजनाबद्ध तरीके से घटना को अंजाम देकर फरार हो गए.

पढ़ें- प्रेम प्रसंग के चलते बेटी ने कराई माता-पिता की हत्या, दो दोस्तों के साथ फरार

बेटी ने लिखा कबूल नामा

पुलिस को घटनास्थल से एक लेटर भी मिला है, जिसमें आरक्षक की बेटी ने इस बात का जिक्र किया है कि उसने ही इस पूरे हत्याकांड को अंजाम दिया है. और उसे ढूंढने की कोशिश न की जाए. फिलहाल पुलिस ने घटनास्थल से उस लेटर को जब्त कर लिया है. कहा जा रहा है कि लेटर में जो जानकारी लिखी है, उसमें कुछ भ्रमिक जानकारी है. बेटी ने लेटर में अपने पिता पर शारीरिक शोषण करने के आरोप लगाए हैं. साथ ही कहा है कि इसमें उसकी मां भी साथ देती थी, जिस कारण वह काफी पेरशान हो गई थी. उसके बाद बेटी ने इस वारदात को अंजाम देने की ठानी. फिलहाल पुलिस इस मामले में बेटी की तलाश में जुटी हुई है.

वारदात को अंजाम देने से पहले बंद किए CCTV

मामले में पुलिस काफी बारीकी से जांच करने में जुटी हुई है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक हत्या की वारदात को अंजाम देने से दो दिन पहले ही घर पर लगे CCTV कैमरों को भी बंद कर दिया गया था. जिस कारण घटनास्थल पर कौन आया, किस तरह से आया और कब घटना को अंजाम देकर फरार हुए इसके बारे में जानकारी पुलिस को नहीं मिल पा रही है. इसके अलावा जब पुलिस ने बेटी के मोबाइल फोन की लोकेशन खंगाली तो वह लोकेशन भी पुलिस को बंद मिली. इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि वारदात को अंजाम देने से पहले ही बेटी ने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया था.

वारदात को अंजाम देकर कुत्ते को लेकर बेटी निकली घूमने

बेटी ने ही जिस समय अपने माता और पिता की हत्या की वारदात को अंजाम दिया, उस समय उसका मित्र धनंजय यादव अंदर ही मौजूद था. वहीं यह भी संभावना व्यक्त की जा रही है कि दोनों मिलकर बॉडी को ठिकाने लगाने की भी योजना बना रहे थे, लेकिन वारदात को अंजाम देने में काफी समय लग जाने के कारण और सुबह हो जाने के कारण वह लाश को ठिकाने नहीं लगा पाए. वारदाक को अंजाम देने के बाद बेटी ने घर के बाहर कुत्ते को भी घुमाया और आसपास देखा कि आसपास के कितने लोग उठ गए हैं. इसके बाद वह कुत्ते को घर की छत पर बांधकर अपने मित्र के साथ फरार हो गई.

क्या प्रेम प्रसंग के कारण हत्याकांड को दिया अंजाम?

संभावना व्यक्त की जा रही है कि आरक्षक ज्योति शर्मा की बेटी का क्षेत्र के ही एक युवक धनंजय यादव से बातचीत करती थी. इसकी जानकारी पिछले दिनों आरक्षक ज्योति शर्मा को लग गई थी, जिसके बाद उन्होंने युवक धनंजय यादव के साथ मारपीट भी की थी. उन्होंने हिदायत भी दी थी कि वह उनकी बेटी से दूर रहे. ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि शायद इसी के चलते धनंजय शाह ने अलसुबह योजनाबद्ध तरीके से आरक्षक के घर को निशाना बनाया. और हत्याकांड की वारदात को अंजाम देकर फरार हो गया.

किराएदार ने दी पुलिस को सूचना

जिस घर में आरक्षक और उनकी पत्नी की हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया है, उस समय उनका किराएदार घर में ऊपर ही मौजूद था. उसका कहना है कि घटना करीब सुबह 4 बजे के आसपास की है. उसी समय इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है. जिस समय घटना हुई उस समय जोर-जोर से आवाज भी आ रही थी. लेकिन उने सोचा कि आरक्षक और उसके बेटे में अक्सर किसी बात को लेकर विवाद होता रहता था, तो वह विवाद को देखते हुए अपने कमरे से बाहर नहीं निकला. लेकिन जब वह घर से तैयार होकर सुबह 9 बजे के आसपास निकल रहा था तो देखा कि आरक्षक के कमरे में खून ही खून पड़ा हुआ है. वहीं दरवाजा भी टूटा हुआ है. इसके बाद उसने पूरे मामले की जानकारी सामने रहने वाले पड़ोसी को दी. और फिर पड़ोस में ही रहने वाले परिजनों को पूरे मामले की जानकारी दी गई. इसके बाद परिजनों ने पूरे मामले की सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जांच शुरू कर दी है.

लाशों को ठिकाने लगाने की थी तैयारी

जैसे ही पुलिस को मामले की जानकारी मिली तो, मौके पर पुलिस पहुंची. पुलिस ने देखा कि आरक्षक की लाश पलंग के नीचे खून से लथपथ पड़ी हुई थी. वहीं उनकी पत्नी की लाश पलंग पर पड़ी हुई थी. शरीर पर कई जगह धारदार हथियारों के वार भी थे. बताया जा रहा है कि आरक्षक ज्योति शर्मा के सिर पर दो बार किए गए, जिस कारण उनकी मौत हो गई. वहीं पत्नी नीलिमा पर भी धारदार हथियारों से वार किया और मौत के घाट उतार दिया गया.

पूरे हत्याकांड को अंजाम देने के बाद, जब लाश को ठिकाने लगाने की तैयारी की जा रही थी, इसी दौरान पड़ोस में रहने वाली मृतक की मां घर के बाहर निकलीं. उन्होंने देखा कि मृतक की बेटी बाहर खड़ी है और कुत्ते को सहला रही है. उन्होंने मृतक की बेटी से पूछा कि ये आवाजें क्यों आ रही है तो बेटी ने जवाब दिया की साफ-सफाई हो रही है. इसके बाद मृतक की मां वापस चली गई. और फिर सुबह किराएदार ने पूरी घटना की जानकारी दी

दोनों युवकों की तलाश में जुटी पुलिस

घटना के बाद से ही आरक्षक की बेटी गायब है. वहीं यह भी संभावना व्यक्त की जा रही है कि इस पूरे घटनाक्रम को लड़की के दोस्त धनंजय यादव ने अपने एक मित्र के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले में काफी बारीकी से जांच पड़ताल कर रही है.

नशेड़ियों का लगा रहता था जमावड़ा

जिस जगह पर इस दोहरे हत्याकांड को बदमाशों ने अंजाम दिया है, उससे कुछ ही दूरी पर एक मकान मौजूद है. वहां पर अक्सर युवकों का जमावड़ा लगा रहता था. वहीं जिस डीजे नामक व्यक्ति के बारे में पुलिस को जानकारी लगी है, इसके बारे में भी यही जानकारी मिली है कि वह भी घटनास्थल से कुछ दूरी पर मौजूद एक घर पर आता रहता था. वहीं से इसने लड़की का मोबाइल नंबर हासिल कर लिया था. इसके बाद से अक्सर वहां पर आकर बैठता था. जिस मकान के बारे में रहवासी पुलिस को जानकारी दे रहे हैं उस मकान से कुछ नशे का कारोबार भी होता था, जिसके बारे में रहवासियों ने पहले भी शिकायत की थी.

देहरादून के मिलेट्री स्कूल में पढ़ता है आरक्षक का लड़का

आरक्षक का बेटा देहरादून के आर्मी स्कूल में पढ़ता है, लेकिन कुछ दिनों पहले ही घर लौटा है. जिस समय वारदात को उनकी बेटी और बदमाशों ने मिलकर अंजाम दिया है, उस समय वह अपने पड़ोस में रहने वाले दादा-दादी के घर में सो रहा था.

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