इंदौर। सीयूईटी और नॉन सीयूईटी के माध्यम से प्रवेश प्रक्रिया होगी. देवीअहिल्या विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर रेणु जैन के अनुसार विश्वविद्यालय द्वारा दो अलग-अलग माध्यमों से प्रवेश प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी. प्रोफेशनल कोर्स के लिए सीयूईटी के माध्यम से प्रवेश प्रक्रिया पूरी की जाएगी. वहीं, नॉन प्रोफेशनल कोर्स में मेरिट के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा.
मेरिट के आधार पर मिलेगा प्रवेश : सीयूईटी परीक्षा के आयोजन के बाद छात्रों की मेरिट लिस्ट के आधार पर प्रवेश प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा. प्रोफेशनल कोर्सों में प्रवेश के लिए छात्रों को यह परीक्षा देना अनिवार्य किया गया है. देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के आईएमएस विभाग में संचालित किए जाने वाले एमबीए हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन (एचए) में प्रवेश प्रक्रिया सीईटी के माध्यम से आयोजित कराई जाती थी, परंतु इस बार इस कोर्स को सीयूईटी से हटाया गया है. अब यह प्रवेश प्रक्रिया नॉन सीयूईटी मेरिट के आधार पर आयोजित की जाएगी. विभाग का तर्क है कि स्पोर्ट्स के लिए डॉक्टर, डेंटिस्ट, नर्स आदि मेडिकल परीक्षा उत्तीर्ण कर आते हैं.
13 देशों में बनेंगे एग्जाम सेंटर : मेडिकल और व्यावसायिक कोर्स की प्रवेश परीक्षा का स्तर अलग है. ऐसे में इसके लिए मेरिट के आधार पर प्रवेश दिया जाए. सीयूईटी की परीक्षा के लिए 13 देशों में परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे. देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए पहली बार देश के बाहर भी छात्र शामिल होंगे. भारत के अलावा दुबई, जकार्ता, काठमांडू, कुबैत, सिंगापुर सहित 12 अन्य देशों में परीक्षा केंद्र बनाए जा रहे हैं. इस परीक्षा के माध्यम से विश्वविद्यालय में एनआरआई छात्रों की संख्या में भी वृद्धि होने की संभावनाएं जताई जा रही है. (CUIT entrance exam in 13 countries) (Various courses in DAVV)