इंदौर| पुलवामा अटैक के बाद सुरक्षा एजेंसियों के प्रति आम जनता का सम्मान बढ़ गया था. उसी का फायदा कुछ बदमाशों ने उठाया और धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम दिया है. इंदौर शहर की बात की जाए तो बदमाशों ने आर्मी ऑफिसर और अन्य सुरक्षा एजेंसी का ऑफिसर बन अलग-अलग धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम दिया है. इस तरह की वारदातों की शिकायत क्राइम ब्रांच तक पहुंचने के बाद क्राइम ब्रांच ने जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है.
क्राइम ब्रांच को शिकायत मिली थी कि ओएलएक्स और अन्य सोशल साइट्स पर आर्मी ऑफिसर और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के ऑफिसर द्वारा धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है. बताया जा रहा है कि ओएलएक्स पर गाड़ी बेचने के लिए आर्मी ऑफिसर या अन्य किसी ऑफिसर के नाम और पते पर साइट बनाई जाती है. साथ ही संबंधित व्यक्ति की फोटो भी आर्मी ऑफिसर की ड्रेस में सेट किया जाता है. उसके बाद जब भी कोई व्यक्ति गाड़ी खरीदने के लिए संबंधित व्यक्ति को फोन लगाता है तो वो खुद को आर्मी ऑफिसर बताकर बात करता है. ऐसी कई वारदातों की शिकायत इंदौर क्राइम ब्रांच को मिल रही थी और कई लोग इसके शिकार भी हो गए थे.
इन्हीं शिकायतों के आधार पर इंदौर क्राइम ब्रांच ने 79 से अधिक आरोपियों को चिह्नित किया है, जो इस तरह से और भी अधिकारी या अन्य सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी बनकर वारदात को अंजाम दे रहे हैं. फिलहाल इंदौर पुलिस ने इन सभी को चिह्नित कर लिया है और जल्द ही इनको पकड़ने की योजना बनाई जा रही है. साथ ही बताया जा रहा है कि जो लोग इस तरह की धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं, वो मूलत उत्तर प्रदेश, राजस्थान और अन्य प्रदेशों के हैं.