इंदौर। कोविड-19 हॉटस्पॉट बने इंदौर में ठंड के आते ही कोरोना संक्रमण की दर 2 से बढ़कर 10 फीसदी हो गई है. संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा भी बढ़ने लगा है. स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर आने के चलते लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है. इंदौर में अब तक 35,594 मरीज कोरोना संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 714 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं शहर में 32,965 मरीज ठीक हो चुके हैं.
शहर में बीते कुछ दिनों से संक्रमित होने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इसकी वजह लोगों की लापरवाही और संक्रमण को लेकर सतर्कता नहीं बरतना माना जा रहा है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि, कोरोना की दूसरी लहर की स्थिति को देखते हुए शहर में पर्याप्त स्वास्थ्य संसाधन पहले से ही जुटा लिए हैं. उधर एम्स द्वारा भी कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की चेतावनी जारी करने के बाद ये माना जा रहा है कि, पूर्व में संक्रमित हुए मरीजों को भी खतरा हो सकता है. स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि, जो मरीज पहले से संक्रमित हैं, उन्हें अब तरह- तरह की बीमारी और परेशानियों से जूझना पड़ रहा है. लिहाजा पहले से संक्रमित मरीजों को ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है.
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इंदौर में पर्याप्त मात्रा में स्वास्थ्य संसाधन
इंदौर में कोरोना के इलाज के लिए 1200 बेड की उपलब्धता है. हालांकि अभी तक कोरोना मरीजों के लिए निर्धारित अरविंदो अस्पताल, एमआरटीपी अस्पताल, सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि 21 हजार कोरोना संक्रमित मरीज ठीक हो चुके हैं.
इन बीमारियों का संक्रमण बढ़ा
कोरोना से संक्रमित हो चुके मरीजों को फेफड़ों में फाइब्रोसिस, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज का अनियंत्रित होना, हृदय रोग और किडनी से संबंधित तरह-तरह की परेशानियां सामने आ रही हैं. लिहाजा ऐसे तमाम मरीजों की एक ही जगह जांच करके उन्हें व्यवस्थित इलाज देने की व्यवस्थाएं भी की गई हैं.
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पोस्ट कोविड क्लीनिक शुरू
कोरोना मरीजों को हो रही विभिन्न शारीरिक परेशानियों के इलाज के लिए इंदौर के एमवाय अस्पताल में पोस्ट कोविड क्लीनिक की शुरुआत की गई है. इस क्लीनिक में मरीजों का एनालिसिस कर डाटा एकत्रित किया जा रहा है. जिससे कि, कोविड-19 बीमारी होने से इसके बारे में लक्षण लंबे समय के दुष्परिणाम एवं विभिन्न अंगों पर इसके प्रभाव के बारे में विस्तृत अध्ययन संभव हो सकेगा.