इंदौर । प्रदेश के कोरोना हॉटस्पॉट इंदौर में संक्रमण की दर भले अब कम हो रही हो, लेकिन यहां रोज तीन से चार मौतें हो रही हैं. जिस वजह से मृत्यु दर का आंकड़ा 4 फीसदी पार हो चुका है. बुधवार को यहां चार लोगों की मौत हो गई. दरअसल इंदौर में कोरोना संक्रमण के चलते मृत्यु दर के मामले में अव्वल दर्जे पर है. यहां रोज करीब तीन से चार मरीजों की मौत हो रही हैं. इसके अलावा नए मरीजों के मिलने का सिलसिला भी नहीं थम रहा है.
इंदौर में अब तक 207 लोगों की मौत हो चुकी है. इस हिसाब से जिले की मृत्यु दर 5 फीसदी के करीब है, जो प्रदेश के अन्य शहरों की तुलना में सबसे ज्यादा है. हालांकि संक्रमण की दर अब 3 फीसदी से भी कम है. बुधवार को स्वास्थ्य विभाग ने जो आंकड़े जारी किए उसके मुताबिक अब तक 4461 मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं. इनमें से 73 फीसदी मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं. बुधवार को फिर 34 मरीज पॉजिटिव पाए गए, जिसमें से 13 ऐसे मरीज थे, जिनमें दोबारा संक्रमण फैल गया है. हालांकि विभाग का दावा है कि जिन मरीजों में संक्रमण फिर से पाया जा रहा है, वे एंटीजन की वजह से है.
डॉक्टर ने बताया कि वायरस मरीज के शरीर में कई दिन तक मृत अवस्था में रहता है, ऐसे मामले में चिंता की कोई बात नहीं है. दूसरी ओर कुल मरीजों का रिकवरी रेट 74 फीसदी है, जिसे लेकर उम्मीद की जा रही है कि भविष्य में मरीजों के स्वस्थ होकर घर लौटने की दर और बढ़ेगी. इसके अलावा गंभीर बीमारियों के मरीजों को भी विशेष प्रयासों के जरिए इलाज के बाद डिस्चार्ज किया जा सकेगा.