इंदौर। शहर में पुलिस ने अब आम जनता की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगवाने का अभियान शुरू किया है. यह अभियान हैदराबाद सिटी की तर्ज पर इंदौर पुलिस ने शुरू किया है. पुलिस का मानना है कि फिलहाल शहर में जितनी जनसंख्या है, उसके अनुपात में सीसीटीवी नहीं लगे हुए हैं. लिहाजा पुलिस अब शहर की बड़ी कॉलोनियों और लोगों को CCTV लगवाने के लिए जागरूक करेगी इसकी शुरुआत इंदौर के अग्रवाल नगर से की गई है.
हैदराबाद की तर्ज पर इंदौर में काम
हैदराबाद की तर्ज पर अब इंदौर की कॉलोनियों में भी CCTV लगाए जाएंगे. इन सीसीटीवी कैमरों की मदद से अपराध को रोकने के प्रयास इंदौर पुलिस के द्वारा शुरू किए जा रहे हैं. इसके लिए इंदौर पुलिस, इंदौर नगर निगम और जिला प्रशासन को पत्र भी लिख रहा है ताकि शहर की विभिन्न सड़कों और मार्गों पर CCTV लगाए जा सके. साथ ही नगर निगम से मिलने वाली बिल्डिंग परमिशन में भी CCTV की अनिवार्यता की जाए. फिलहाल पूरे देश में हैदराबाद सिटी में सबसे अधिक CCTV लगे हुए हैं, जो कि वहां पर अपराधों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे है.
दो लाख से अधिक कैमरों से हैदराबाद सिटी पर रखी जाती है नजर
देश में सबसे अधिक कैमरे हैदराबाद सिटी में लगे हैं. यहां पर दो लाख से अधिक कैमरों की सहायता से पुलिस की तीसरी नजर शहर में होने वाले अपराधों और अपराधियों पर अपनी नजर बनाए रखती है. CCTV की मदद से यहां पर क्राइम रेट गिराने में भी पुलिस ने महत्वपूर्ण सफलता पाई है. उसी तर्ज पर अब इंदौर पुलिस भी शहर की कॉलोनियों और घरों के बाहर CCTV लगवाने के लिए लोगों को जागरूक करेगी. इसकी शुरुआत इंदौर के डीआईजी ने अग्रवाल नगर से की है. अग्रवाल नगर में पुलिस सब लोगों को जागरूक कर CCTV लगवाने के लिए प्रेरित कर रही है. इसके लिए बकायदा पुलिस ने विशेष अभियान भी चलाया है. पुलिस का मानना है कि यदि शहर में पर्याप्त संख्या में CCTV कैमरे लगा दिए जाएं तो होने वाले अपराधों पर तीसरी निगाह भी रखी जा सकेगी.
पुरानी घटनाओं के खुलासे में महत्वपूर्ण भूमिका में रहे CCTV
इंदौर में पुलिस ने दो वारदातों का उदाहरण देते हुए बताया कि दोनों घटनाओं में पुलिस ने CCTV की मदद से आरोपियों को जल्द ढूंढ निकाला है. कुछ दिनों पहले ही एरोड्रम थाना क्षेत्र में हुई डकैती की घटना में भी पुलिस ने CCTV के आधार पर आरोपियों को धर दबोचा है. वहीं अन्नपूर्णा थाना क्षेत्र में भी कुछ दिनों पहले हुई चोरी का खुलासा भी पुलिस ने वहां लगे CCTV की मदद से ही किया है. लिहाजा अब पुलिस शहर में एक बार फिर से CCTV पर अपना ध्यान लगा रही है. शहर में अधिक से अधिक संख्या में CCTV लगाकर पुलिस अपराधियों पर सीधी नजर रखना चाहती.
पुलिस के द्वारा लगाए गए CCTV का होता सीमित दायरा
पुलिस के आला अधिकारियों का यह भी कहना है कि इंदौर शहर में जो CCTV अभी लगे हैं उनका सीमित दायरा है और अधिकतर मुख्य सड़क या मुख्य मार्गो पर ही इन CCTV को प्रशासन ने लगाए हैं, लेकिन अधिकतर घटना विभिन्न कालोनियों या अन्य जगह पर होती है. जिसके कारण अपराधियों को पकड़ने में काफी मेहनत करनी होती है. अतः अब कॉलोनी और मोहल्लों में यदि CCTV लग जाते हैं तो निश्चित तौर पर अपराधिक घटनाओं पर रोक लगाई जा सकती है.
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फिलहाल अब देखना होगा कि अपराध के ग्राफ को कम करने के लिए पुलिस ने जिस तरह से CCTV के माध्यम से एक नए अभियान की शुरुआत की है उसका कितना लाभ पुलिस को मिलता है और जिस तरह से इंदौर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में चोरी, लूट, डकैती जैसी घटना सामने आ रही है. उन पर पुलिस इन CCTV के माध्यम से कितना अंकुश लगाती है.