इंदौर। मध्य प्रदेश के जंगलों में लगातार अवैध कटाई के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसा ही एक मामला इंदौर के पास स्थित चोरल के जंगल में सामने आया है. यह जंगल 100 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल में फैला हुआ है. इस जंगल में कई कीमती लकड़ियों के पेड़ हैं, लेकिन लगातार इन पेड़ों की अवैध कटाई जारी है और इसमें वन विभाग के ही अधिकारियों-कर्मचारियों की मिलीभगत के आरोप लग रहे हैं.
गौरतलब है कि चोरल में राजपुर, नयापुरा, कुल थाना, बेका के साथ ही कई वन क्षेत्र हैं, जहां जंगल फैला हुआ है. इन जंगलों में कई बेशकीमती पेड़ लगे हैं, जिनमें सबसे ज्यादा पेड़ सागौन के हैं. यहां लगातार सागौन के पेड़ की अवैध कटाई हो रही है. वन विभाग के कैमरों में सागौन की लकड़ी ले जाते हुए तस्कर कैद हुए हैं. वीडियो में दिखाई दे रहा है कि तस्करों ने हरे-भरे पेड़ों को काटकर एक जगह रखा है. लकड़ियों की संख्या देखकर ये अंदाजा लगाया जा रहा है कि इसकी कीमत 5-7 करोड़ रुपए होगी. बाद में रात के अंधेरे में तस्करों ने ट्रक से इन लकड़ियों को शहर में पहुंचाया. इतनी बड़ी संख्या में लकड़ियों की तस्करी के पीछे वन विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों की मिलीभगत बताई जा रही है.
इधर अधिकारियों ने मामले की जानकारी होने से इनकार किया है. वहीं एक RTI एक्टिविस्ट ने भी इस पूरे मामले की शिकायत वन विभाग के अधिकारियों से की है, जिसका नतीजा कुछ नहीं निकला है. बता दें कि ये पूरा वन क्षेत्र एकमात्र रेंजर के भरोसे है और जब इस पूरे मामले पर जवाब लेने मीडियाकर्मी पहुंचे, तो रेंजर वहां से नदारद मिले.